मुंबईः मंगलवार को बॉलीवुड के ओरिजिनल शोमैन राज कपूर की पुण्यतिथि है! एवरग्रीन अभिनेता-फिल्म निर्माता आज से ठीक 32 साल पहले हम सबको छोड़ कर चले गए लेकिन वह आज भी हिंदी सिनेमा में दिए अपने अतुल्य योगदान के लिए फैंस के दिलों में जिंदा है.
फैंस ने 'फर्स्ट सुपरस्टार', 'शोमैन' और 'लेजेंड' कहते हुए स्क्रीन आइकॉन को ट्रिब्यूट पेश किया.
एक यूजर ने ट्वीट किया, 'आइकॉन, द शोमौन, राज कपूर जी को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए. #राजकपूर (14 दिसंबर, 1924 - 2 जून 1988).'
एक फैन ने उनकी कई तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'मेरे मेंटर अंकल #राजकपूर हमारे ग्रेटेस्ट शोमैन को उनकी 32वीं पुण्यतिथि पर याद करते हुए.'
एक यूजर ने उनकी फिल्म 'मेरा नाम जोकर' का आखिरी मोनोलॉग शेयर किया जो हर किसी की आंखों में आंसू भर देता है. इसके साथ उसने लिखा, #राजकपूर किसी ने मेरा दिल देखा है?' साथ ही टूटे हुए दिल की इमोजी भी पोस्ट की.
राज कपूर ग्रेट पृथ्वीराज कपूर और रामसरनी कपूर के बड़े बेटे थे. 9 साल की उम्र में उन्होंने, पहली बार 1935 की फिल्म 'इंकलाब' से स्क्रीन पर दस्तक दी.
इंडस्ट्री में बतौर लीड रोल उनका पहला ब्रेक 1947 में आई 'नील कमल' बनी जिसमें उन्होंने मधुबाला के साथ काम किया.
1948 में उन्होंने खुद का स्टूडियो स्थापित किया, क्लासिक आरके स्टूडियो. 'आग' उनकी पहली डायरेक्टोरियल फिल्म थी. 'आवारा', 'श्री 420', 'मेरा नाम जोकर' और 'संगम' कुछ ऐसी फिल्में हैं जो हमेशा राज कपूर को हमारे दिलों में जिंदा रखेंगी.
फैंस के बीच 'आरके' से मशहूर अभिनेता ने कृष्णा कपूर से 1946 में शादी की थी. स्वर्गीय कपल के 5 बच्चे हुए- रंधीर, ऋतु, ऋषि, रीमा और राजीव कपूर. ऋषि और ऋतु अब हमारे बीच नहीं रहे.
2 मई, 1988 में राज कपूर साहब को दादासाहब फाल्के सम्मान से नवाजा गया. क्योंकि वह बीमार थे, उन्होंने ऑक्सीजन मास्क पहनकर अवॉर्ड सेरेमनी में शिरकत की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब उनका नाम अनाउंस हुआ तो वह उठ पाने में सक्षम नहीं थे तब खुद प्रेजिडेंट आर. वेंकटरामा (R. Venkatarama) स्टेज से नीचे आए और उनको अवॉर्ड प्रेजेंट किया.
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फिर 2 जून, 1988 को करीब एक महीने अपनी जिंदगी की जंग लड़ने के बाद उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली.
(इनपुट्स- आईएएनएस)