पुणे :प्रख्यात वायलिन वादक प्रभाकर जोग का रविवार को अपने आवास पर अधिक आयु संबंधी दिक्कतों के कारण निधन हो गया. वह 89 वर्ष के थे. उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने भारत और दुबई में 'गनारे वायलिन' शो के तहत 80 से अधिक एकल प्रस्तुति दी थी. छह दशकों से अधिक समय तक संगीतज्ञ और संगीतकार के रूप में काम करने वाले जोग ने मराठी और हिंदी फिल्म संगीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने एक बयान में कहा कि संगीत क्षेत्र ने एक सच्चा साधक खो दिया है. बारह वर्ष की आयु में, जोग ने संगीत कार्यक्रमों में वायलिन बजाना शुरू कर दिया था, क्योंकि पिता की अप्रत्याशित मृत्यु के बाद उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी.
उन्होंने बाद में संगीतकार सुधीर फड़के (जो बाबूजी के नाम से लोकप्रिय थे) के सहायक के रूप में काम किया. 'गीत रामायण' सीरीज के गीतों में जोग की वायलिन धुनें हैं. उन्होंने फड़के के साथ 'गीत रामायण' के करीब 500 शो किए.