हैदराबाद :बॉलीवुड फिल्मों के लिहाज से मौजूदा साल 2021 भले ही कुछ खास ना रहा हो, लेकिन इस साल कोरोना के साए में कई स्टार्स के घर बसे, तो कईयों को उनके काम के आधार पर सम्मानित भी किया गया. कोरोना वायरस की वजह से 'पद्म श्री पुरस्कार 2020' का आयोजन मौजूदा साल के नवंबर महीने में किया गया था. भारत के मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में इस पुरस्कार से कई खेल, राजनीति और मनोरंजन से जुड़ीं कई हस्तियों को सम्मानित किया था. दुनिया अब नए साल 2022 का बेसब्री से इंतजार कर रही है. मौजूदा साल 2021 को खत्म होने में केवल एक हफ्ता ही बचा है. ऐसे में बात करेंगे बॉलीवुड की उन हस्तियों की, जो इस साल पद्मश्री पुरस्कार (2020) से सम्मानित गईं.
करण जौहर
मशहूर फिल्म मेकर और निर्माता करण जौहर को सिनेमा के क्षेत्र में साल 2020 के लिए पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया. करण जौहर ने ये खबर अपने फैंस से शेयर करते हुए ट्वीट किया था, 'ऐसा बहुत बार नहीं होता है कि मेरे पास शब्दों की कमी होती है, लेकिन यह एक ऐसा अवसर है…पद्म श्री. देश में नागरिक पुरस्कारों में से एक प्राप्त करने के लिए ऐसा सम्मान. अभी बहुत सारी भावनाओं से अभिभूत हूं. हर दिन अपने सपने को जीने, बनाने और मनोरंजन करने के अवसर के लिए विनम्र, उत्साहित और आभारी भी. मुझे पता है कि मेरे पिता को गर्व होगा और काश वह यहां मेरे साथ इस पल को साझा करने के लिए होते'.
कंगना रनौत
बॉलीवुड की 'क्वीन' कंगना रनौत को भी पद्मश्री पुरस्कार 2020 मिला. कंगना फिल्म अभिनेत्री होने के साथ-साथ फिल्म डायरेक्शन और बतौर निर्माता भी काम कर रही हैं. वहीं, कंगना रनौत को इसी साल अपना चौथा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था और जब उन्हें पद्मश्री मिलने के बारे में पता चला तो वह खुशी के मारे झूम उठी थीं. पद्मश्री मिलने की खुशी जाहिर करते हुए कंगना रनौत ने कहा था, 'मैं बहुत ही विनम्र और सम्मानित महसूस कर रही है. मैं इस सम्मान के लिए अपने देश को धन्यवाद देती हूं और मैं इसे हर उस महिला को समर्पित करती हूं, जो सपने देखने की हिम्मत करती है. हर बेटी को, हर मां को और उन महिलाओं के सपनों को, जो हमारे देश का भविष्य संवारेंगी'.
एकता कपूर
टीवी की 'क्वीन' और निर्माता एकता कपूर को भी कला के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार (2020) से सम्मानित किया गया. एकता ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'विनम्र और अभिभूत, इंडस्ट्री में मेरी एंट्री तब हुई जब मैं सिर्फ 17 साल की थी. मैंने लगातार सुना कि मैं बहुत छोटी हूं, बहुत कच्ची है और चीजों की शुरुआत में जल्दबाजी की है. इन सालों में मैंने महसूस किया है कि अपने सपनों को पूरा करना कभी भी ‘बहुत जल्द’ नहीं होता है और ‘बहुत छोटा’ होना शायद सबसे अच्छी बात है. आज, जैसा कि मुझे चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान- ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया जाएगा, इससे मैं काफी खुश हूं.