मुंबई: 60 और 70 के दशक में मुमताज की गिनती सुपरहिट अभिनेत्रियों में होती थी. मुमताज ने अपनी बड़ी- बड़ी आंखों, गोरे रंग और अभिनय की अनोखी अदा से सभी पर अपना जादू बिखेरा था. अपनी शर्मीली अदाओं, चुलबुली और नटखट अंदाज के साथ जब भी मुमताज परदे पर आतीं तो दर्शक उनके कायल हो जाते.
31 जुलाई, 1947 को बॉम्बे में जन्मीं मुमताज़ सिर्फ 5 साल की थीं, जब वह पहली बार संस्कार (1952) में एक बाल कलाकार के रूप में दिखाई दीं. अभिनेत्री को बेबी मुमु के रूप में पेश किया गया था, जो उनके माता-पिता उन्हें प्यार से कहते थे. - पिता अब्दुल सलीम अस्करी और माता शदी हबीब आगा उर्फ नाज़, दोनों ईरानी मूल के थे, लेकिन बंबई में बस गए.
7 साल की उम्र में मुमताज़ ने यास्मीन (1955) में अभिनय किया और फिर बाद में लाजवंती (1958), सोने की चिड़िया (1958) और स्ट्री (1961) में भी दिखाई दीं. वैसे, यह कहना गलत नहीं होगा कि अभिनय मुमताज़ के जीन में था, क्योंकि उनकी मां नाज़ भी एक अभिनेत्री थीं.
मुमताज के माता-पिता के जन्म के एक साल बाद ही उनका तलाक हो गया. अभिनेत्री का लालन-पालन उनकी मां ने किया, जो अपने नाना और चाची के साथ रहती थीं. जैसा कि परिवार एक वित्तीय संकट से गुज़रा, मुमताज़ और उसकी बहन अपने परिवार की मदद के लिए आगे आईं.
महज 12 साल की उम्र में मुमताज ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. हालांकि शुरुआत में मुमताज को फिल्म में सिर्फ सपोर्टिंग रोल दिए जाते थे लेकिन मुमताज का सपना तो हीरोइन बनने का था. मुमताज ने दारा सिंह के साथ सोलह फिल्में कीं. इन सोलह फिल्मों में दस फिल्में जबरदस्त हिट साबित हुईं थीं. जिसके बाद उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में पहचाना जाने लगा.
क्या आप जानते हैं कि मुमताज ने एक बार अमिताभ बच्चन के साथ काम करने से इनकार कर दिया था। यह उनके करियर के शुरुआती दिनों के दौरान था जब बच्चन को "असफल" नायक माना जाता था।
मुमताज और राजेश खन्ना की केमिस्ट्री लाजवाब थी. काका और मुमताज का एक साथ परदे पर दिखना कामयाबी की गारंटी मानी जाती थी. इस जोड़ी ने 'दो रास्ते', 'सच्चा-झूठा', 'आपकी कसम', 'अपना देश' 'प्रेम कहानी', 'दुश्मन', 'बंधन' और 'रोटी' जैसी सफल और यादगार फिल्मों में काम किया. सभी फिल्मों ने बॉक्स-ऑफिस पर धमाल मचाया. इस जोड़ी के सबसे लोकप्रिय गीतों में से एक 'जय जय शिव शंकर' है.
एक जमाने में लोगों के दिलों पर राज करने वाली मुमताज की जिंदगी में ऐसा वक्त आया जब उन्हें कैंसर की बीमारी ने जकड़ लिया था. हालांकि उन्होंने कैंसर से लड़ाई की और उसको मात भी दी.