मुंबई : सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती, जिनके अभिनय कौशल और शानदार डांस मूव्स ने लंबे समय तक सिल्वर स्क्रीन पर राज किया, आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं. कई हिट फिल्मों के साथ सुर्खियां बटोरने वाले अभिनेता का स्टारडम आज भी फीका नहीं पड़ा. वह अभी भी बॉलीवुड के 'मिथुन दा' बन कर सभी का दिल जीत रहे हैं.
'गौरंगा चक्रवर्ती', क्या आप इस नाम से परिचित हैं? जिनको नहीं पता उनके लिए बता दें कि यह सबके चहेते मिथुन चक्रवर्ती का वास्तविक नाम है. अपने पूरे करियर में हर तरह के अभिनय से सभी का मनोरंजन करने वाले मिथुन ने बचपन में कभी भी अभिनेता बनने का सपना नहीं देखा था. एक साक्षात्कार में, मिथुन ने एक प्रमुख पोर्टल से कहा था, "मैं अभिनय करने के लिए मजबूर हो गया क्योंकि मेरे पास कोलकाता लौटने का कोई रास्ता नहीं था."
सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती मिथुन ने अनोखे आउटफिट के साथ प्रशंसकों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और फैंस भी उनके फैशनेबल अवतार को बहुत पसंद करते थे. 'डिस्को डांसर' का मतलब मिथुन ही हो गया. अभिनेता का अभिनय कौशल सिर्फ बॉलीवुड फिल्मों तक ही सीमित नहीं था, उन्होंने डांस के मामले में एक नई शैली भी बनाई और अपने स्टाइल स्टेटमेंट के साथ कई लोगों को प्रभावित किया.
मिथुन ने 1976 में अपनी पहली फिल्म 'मृग्या' से अपने काबिले तारीफ अभिनय को पेश किया और इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अपना पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता. कई रुकावटों के बाद, जब परियोजना को अंतिम रूप दिया गया, तो मिथुन को मुख्य किरदार के रूप में चुना गया था. हालांकि, फिल्म 'डिस्को डांसर' के उनके लोकप्रिय डांस नंबर 'आई एम अ डिस्को डांसर' को 1982 में एक बड़ी सफलता मिली. इस फिल्म ने उनकी शोहरत को दोगुना कर दिया.
पहली फिल्म 'मृग्या' के एक सीन में मिथुन चक्रवर्ती. बहुमुखी अभिनेता, जिन्होंने सफलता पाने के लिए संघर्ष भी खूब किया, कई बार कह चुके हैं कि उन्हें यह भी नहीं पता होता था कि क्या वह अपने खाने का भी इंतजाम कर पाएंगे या नहीं. गोरा रंग न होने और हिंदी बोलने में कमजोर एक्टर को अपने फिल्मी सफर में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने सोचा था कि एक हीरो की तुलना में एक खलनायक की भूमिका में वह फिट रहेंगे. मिथुन सोचते थे कि डांस फ्लोर की चमचमाती रोशनी के बीच, कुछ मनमोहक डांस मूव्स को फ्लॉन्ट करते हुए वह अपने स्किन टोन को छुपा लेंगे.
मिथुन जिस तरह हिंदी में डायलॉग्स बोलते थे, यह कई के लिए चर्चा का विषय बन गए. अगर उस वक्त में सोशल मीडिया इतना चलन में होता तो मिथुन सबसे अधिक ट्रोल किए जाने वाले टॉपिक्स में से एक होते. हालांकि, उन्होंने अपनी अक्षमताओं से कभी इनकार नहीं किया. स्टारडम हासिल करने के बाद भी, स्टार ने कहा, "मैं अभी भी हिंदी नहीं बोल सकता."
श्रीदेवी और मिथुन चक्रवर्ती की जोड़ी बहुत पसंद की गई. कई प्रकार की बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय के अलावा, उन्होंने बंगाली, उड़िया, भोजपुरी, तेलुगू और पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय किया है. उन्होंने जिस तरह से 'शुकनो लंका' में एक आम आदमी 'चीनू नंदी' की भूमिका को निभाया, वह उल्लेखनीय था. इसके अलावा, मिथुन ने अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म 'गुरु' में माणिक दासगुप्ता के किरदार में भी अपने अभिनय से दिल जीता.
फिल्म गुरु के एक सीन में मिथुन चक्रवर्ती. मुंबई में लोकप्रियता अर्जित करने वाले मिथुन अपने जन्मस्थान से हमेशा जुड़े रहे. हालांकि उन्होंने बंगाल छोड़ दिया, लेकिन उनके मन से बंगाल कभी जुदा नहीं हुआ. एक विनम्र व्यक्ति, मिथुन के घर में 50 कुत्ते और 400 से अधिक पक्षी हैं. मिथुन उन्हें अपने बच्चों की तरह मानते हैं. उनका मानना है कि यह सब के बीच प्यार फैलाने और अच्छी तरह से जीने का तरीका है. और इसलिए वह आज भी हर किसी के प्यार, हर किसी के 'मिथुन दा' हैं.
मिथुन के घर में 50 कुत्ते हैं. ईटीवी भारत की तरफ से मिथुन चक्रवर्ती को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं.