जयपुर : हिंदी सिनेमा के मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लाहिड़ी ने बुधवार (16फरवरी) को दुनिया से अलविदा कह दिया. वह काफी समय से बीमारी से जूझ रहे थे. बप्पी दा के निधन से (Bappi Lahiri Death) राजस्थान के कलाकारों में भी शोक की लहर दौड़ गई. कलाकारों ने कहा कि संगीत के एक और युग का अंत हो गया है.
बप्पी लाहिड़ी के कई कार्यक्रमों में मंच साझा कर चुके फिल्म मेकर विजय सुथार ने बताया कि बप्पी दा का राजस्थान से भी गहरा नाता रहा है. वह हमेशा राजस्थान आने का मौका तलाशते थे. जब भी कभी उनसे मुलाकात होती, तो अक्सर यही कहते कि राजस्थान कब बुला रहे हो. विजय बताते हैं कि जब मैं उनके पास मेरी फिल्म 'The Pushkar Lodge' ट्रेलर लांच कराने के लिए समय लेने गया तो उन्होंने बड़ी सहजता के साथ पहली ही मुलाकात में मुझे आने का वादा किया.
उन्होंने कहा कि आप राजस्थान के हो, राजस्थान से मेरा गहरा लगाव है. मुझे राजस्थान और राजस्थान की कला-संस्कृति बहुत ज्यादा (Bappi Lahiri Deep Attachment From Rajasthan) पसंद है. बप्पी दा के लगाव का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि जब मेरे कार्यक्रम का जो समय था, उससे 15 मिनट पहले वह कार्यक्रम में पहुंचे. पहले लता मंगेशकर का निधन और अब बप्पी दा के चले जाने से संगीत के इन महानायकों की कमी हमेशा रहेगी जो कभी पूरी नहीं हो सकती.
राजस्थान में था बप्पी दा का ससुराल...
बहुत कम लोगों को मालूम है कि जयपुर में बप्पी दा का ससुराल भी रहा है, जिसके चलते उनका मुंबई से राजस्थान आना-जाना लगा रहता था. बप्पी दा राजस्थान में संगीत को आगे बढ़ाने को लेकर हमेशा चर्चा करते थे. बप्पी दा के नजदीकी लोग बताते हैं कि वह राजस्थान में एक संगीत अकादमी खोलने को लेकर अकसर इच्छा जताते थे. बप्पी दा कहते थे कि राजस्थान के कण-कण में कला-संस्कृति और साहित्य बसा हुआ है. यहां का संगीत अपने आप में सबको अपना दीवाना बना देता है.