मुंबईः बाजीराव और मस्तानी के बेटे शमशेर बहादुर का किरदार साहिल सलाथिया ने प्ले किया है और उन्हें लगता है कि रणवीर(बाजीराव) और दीपिका(मस्तानी) का माता-पिता होना अच्छा है क्योंकि वे बहुत ज्यादा टैलेंटेड और बेहतरीन हैं.
दीपिका और रणवीर सिंह के बेटे का किरदार करने के बारे में साहिल ने एक अखबार को बताया, 'वह अलग फिल्ममेकर(भंसाली) है, एक अलग विजन है लेकिन वे(दीपिका और रणवीर) का माता-पिता होना बेशक अच्छा है, क्योंकि वे बहुत टैलेंटेंड और शानदार हैं. तो यह बढ़िया है.'
अभिनेता ने अपने कैरेक्टर के बारे में भी बात की और कहा, 'वह बाजीराव मस्तानी का बेटा था और लोगों के दिलों-दिमाग में अच्छी तरह बसा हुआ है, लेकिन हमारी फिल्म में, आप पानीपत के तीसरे युद्ध में उसका योगदान देखेंगे.'
'बाजीराव-मस्तानी' के बेटे ने कहा, दीपिका, रणवीर का माता-पिता होना अच्छा है
साहिल सलाथिया ने अपकमिंग फिल्म 'पानीपत' के बारे में बात करते हुए कहा कि बाजीराव मस्तानी का बेटा होना, वह लोगों के दिमाग में बसे हुए हैं लेकिन 'पानीपत' में लोग उनका पानीपत के तीसरे युद्ध में योगदान देखेंगे.
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'पानीपत' अपकमिंग वॉर ड्रामा फिल्म है जिसमें तीसरे पानीपत के तीसरे युद्ध का जिक्र किया गया है. फिल्म की स्टारकास्ट में संजय दत्त विलन अहमद शाह अब्दाली का किरदार निभा रहें हैं, इनके अलावा पद्मिनी कोल्हापुरी, मोनीश बहल, कुणाल कपूर और जीनत अमान भी लीड रोल्स में हैं.
फिल्म के बारे में बात करते हुए आशुतोष ने कहा था, 'जब आप एक ऐतिहासिक फिल्म चुनते हैं, जिम्मेदारी स्क्रिप्ट लिखने के साथ ही शुरू हो जाती है. मेरा तरीका यह है कि फिल्म प्रमाणिक और असलियत से भरपूर होनी चाहिए. ऑडियंस को यह फील होना चाहिए कि यह ऐसा ही हुआ होगा.'
'पानीपत' का 'बाजीराव-मस्तानी' से हो रही तुलना के बारे में बात करते हुए अर्जुन ने आईएएनएस को बताया, 'लोग पानीपत को बाजीराव मस्तानी से कंपेयर कर रहें हैं. उस जमाने की कई कहानियां हैं. तो क्या हमें ऐसी फिल्में बनाना बंद कर देना चाहिएययय तो तानाजी भी नहीं बन सकती. और कई कहानियों को कहा जाना बाकी है... सिर्फ इसलिए कि हमने दो साल पहले उस जमाने की एक कहानी देख ली है इसका कतई यह मतलब नहीं कि उस समय की किसी और कहानी पर फिल्म बनाई ही नहीं जाएगी.'
अपकमिंग फिल्म 6 दिसंबर को रिलीज होगी.