मुंबई : बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर और सुनीता कपूर की शादी के 36 साल हो गए हैं. दोनों ने शादी से पहले एक दूसरे को लंबे समय तक डेट किया और फिर शादी करने का फैसला किया. दोनों की लव स्टोरी भी बेहद फिल्मी है.
साल 1980 में दोनों अपनी पहली डेट पर गए. उसी समय दोनों के मन में एक-दूसरे के लिए प्यार जाग गया. यह उस दौर की बात है, जब अनिल इंडस्ट्री में अच्छे से पैर नहीं जमा पाए थे और सुनीता एक सफल मॉडल बन चुकी थीं.
काफी मेहनत के बाद अनिल कपूर बॉलीवुड में अच्छे से पैर जमा चुके थे, लेकिन सुनीता के माता-पिता को यह रिश्ता पसंद नहीं था. हालांकि काफी मशक्कत के बाद सुनीता के घर पर सब राजी हुए.
अनिल को 1983 में फिल्म 'वो सात दिन' मिली और उसके बाद वह स्पॉटलाइट में आए. सुनीता से वह बहुत प्यार करते थे और उन्हीं से शादी भी करना चाहते थे. सुनीता एक सफल मॉडल थीं और उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अफसर थे.
अनिल ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि एक दोस्त के जरिए अनिल को सुनीता का नंबर मिला और दोनों की फोन पर बात शुरू हुई. उस वक्त मैं उसकी आवाज पर फिदा हो गया था. अनिल ने उस वक्त खुद से कहा, क्या आवाज है यार, क्या इंग्लिश बोलती है. इसके बाद दोनों फिर राज कपूर के घर पर मिले और ऐसे दोनों की बातचीत आगे शुरू हुई.
अनिल ने फिर सुनीता को अपने टूटे दिल की कहानी सुनाई. मैं किसी को पसंद करता था और उसने मुझे छोड़ दिया था. धीरे-धीरे दोनों के बीच बातें बढ़ती गईं, दोनों एक-दूसरे के साथ समय बिताने लगे. अनिल कपूर कई बार सुनीता से मिलने फोटोशूट पर जाया करते थे और सुनीता अपने शूट कैंसिल कर देती थीं ताकि वह उनके साथ समय बिता सकें. अनिल ने बताया कि जब दोनों के बीच बातें चल रही थीं तो सुनीता ने बताया था कि वह खाना बनाना नहीं जानती हैं. इसलिए अनिल हमेशा से घर में कुक चाहते थे.
साल 1984 में आई अनिल कपूर की फिल्म मशाल एकदम हिट हो गई, लेकिन पूरी इंडस्ट्री ने उन्हें शादी से मना किया. उस दौर में लोगों का मानना था कि जब तक एक एक्टर की शादी नहीं होती वह बहुत लोकप्रिय होता है. इसी कारण अनिल ने दो बार अपनी शादी की तारीख आगे बढ़ाई. फिर अनिल की फिल्म मेरी जंग रिलीज हुई. जिसके बाद उन्होंने सुनीता को फोन किया और कहा कि हम कल शादी करने वाले हैं या तो कल या फिर कभी नहीं और फिर हमने अगले दिन शादी कर ली. शादी के बाद मैं 3 दिन के शूट के लिए चला गया तो सुनीता मेरे बिना हनीमून पर चली गई थीं.
एक खूबसूरत घर बनाने के लिए सुनीता ने शादी के बाद न सिर्फ अपना करियर छोड़ दिया बल्कि बहुत सारे बलिदान दिए. उन्होंने एक बातचीत के दौरान बताया था कि कैसे उनकी पत्नी उन्हें प्रोत्साहित करती हैं. अनिल ने कहा था वह परफेक्ट मां, परफेक्ट पत्नी हैं और यही कारण है कि मैं रोज सुबह प्रोत्साहित होता हैं. आपको पता है क्यों? जब मैं उससे पूछता हूं, अरे, कल ही तो मैंने तुम्हें कुछ रुपये दिए थे, तो वह कहती हैं वह सब खत्म हो गए.