हैदराबाद :आलिया भट्ट और अजय देवगन स्टारर फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' अब जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है. फिल्म का दमदार ट्रेलर शुक्रवार (4 फरवरी) को रिलीज हो गया है. आलिया भट्ट ने एक बार फिर अपने अभिनय का लोहा मनवाया है. 'गंगूबाई काठियावाड़ी' का ट्रेलर दमदार डायलॉग और रोंगटे खड़े कर देने वाले कोठे के सीन से भरा हुआ है. फिल्म इस महीने ही सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. इससे पहले नजर डालते हैं उन 10 दमदार सीन पर, जिसमें आलिया भट्ट ने 'गंगूबाई' बन मुंबई के मशहूर कमाठीपुरा कोठे की हकीकत सामने ला दी है.
बता दें, फिल्म में आलिया 'माफिया क्वीन' गंगूबाई काठियावाड़ी का किरदार निभाने जा रही हैं. लेखक हुसैन जैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' के मुताबिक, गंगूबाई काठियावाड़ीगुजरात के कठियावाड़ की रहने वाली थीं, जिसकी वजह से उन्हें ये नाम मिला है. 16 की उम्र में ही गंगूबाई को मुंबई के कमाठीपुरा में वेश्यावृत्ति में ढकेल दिया गया था.
'माफिया क्वींस ऑफ मुंबई' गंगूबाई ने रेड लाइट पर काम करने वाली सेक्स वर्कर्स के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री से उनके हक की बात की थी.
एक वक्त था जब गंगूबाई की तस्वीर कमाठीपुरा की हर सेक्स वर्कर अपने पास रखती थी.
गंगूबाई रसूखदार परिवार से थीं और उनके घरवालें उन्हें पढ़ाना-लिखाना चाहते थे, लेकिन गंगूबाई पर बॉलीवुड में जाने का भूत सवार था.
गंगूबाई के पिता के जानने वाले एक शख्स ने बॉलीवुड का लालच देकर पहले उनसे शादी रचाई और इसके बाद उन्हें मुंबई लाकर पांच सौ रूपये में अपनी मौसी को बेच दिया.
गंगूबाई के पति की मौसी गंगू को मुंबई के मशहूर रेड लाइट एरिया कमाठीपुरा में ले गई, जहां से उनके लिए निकलना मुश्किल हो गया था.
जब गंगूबाई को पता चला कि उन्हें बेच दिया गया है, तो उन्होंने इसका पूरजोर विरोध किया, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी उनकी एक ना सुनी गई और गंगूबाई को आखिर में समझौता करना पड़ा.