मुंबई : अपने खुद केट्रैक 'मैं डूबा रहूं' के साथ आए गायक आदित्य नारायण का कहना है कि वह जितना अधिक अपने स्वतंत्र संगीत को प्रोमोट करते हैं, उन्हें उतना ही एहसास होता है कि सफल होना कितना मुश्किल है. उन्होंने कहा, "स्वतंत्र संगीत बनाना काफी मुश्किल है.
मेरा समर्थन उन सभी स्वतंत्र संगीतकारों के साथ है, जिन्हें बहुत अधिक लोग नहीं जानते हैं. मेरे लिए यह बहुत आसान रहा है, क्योंकि मैं लंबे समय से काम कर रहा हूं और लोग मुझे जानते हैं.
जितना अधिक मैं अपने स्वतंत्र संगीत को प्रोमोट करता हूं, उतना ही अधिक मुझे यह पता चलता है कि सफलता पाना कितना कठिन है, क्योंकि इन सब में बहुत पैसे खर्च होते हैं और एक महत्वाकांक्षी संगीतकार के पास स्पष्ट रूप से बहुत कुछ नहीं होता है."
उन्होंने आगे कहा, "जब मेरा गाना 'रामलीला रिलीज हुआ था, तब मैं भी एक महत्वकांक्षी संगीतकार था. वह गाना और फिल्म के सभी गानों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था."
आदित्य ने कहा कि इसके बाद वह बैठे नहीं रहें, बल्कि उन्होंने और अधिक अवसरों की तलाश की.