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'नेपोटिज्म' विवाद के बीच अभिषेक ने बताया अपना स्ट्रगल, कहा- 'कोई लॉन्च करने वाला नहीं मिला था'

अभिषेक बच्चन ने अपने इंस्टाग्राम पर नया वीडियो पोस्ट करते हुए अपने शुरुआत के दिनों में होने वाली मुश्किलों के बारे में किस्से साझा किए. जूनियर बच्चन ने बताया कि एक वक्त पर उन्हें कोई लॉन्च करने वाला नहीं था और वह निर्माता-निर्देशकों से काम मांगते फिरते थे.

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'नेपोटिज्म' विवाद के बीच अभिषेक ने साझा किया अपना स्ट्रगल, बताया- 'कोई लॉन्च करने वाला नहीं मिला था'

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Published : Jun 23, 2020, 2:26 PM IST

मुंबईः सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से ही सोशल मीडिया पर बॉलीवुड इंडस्ट्री में मौजूद नेपोटिज्म और स्टार पावर के खिलाफ लोग गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. साथ ही कई बॉलीवुड सेलेब्स भी सामने आए और उन्होंने इंडस्ट्री में होने वाली गुटबाजी (लॉबी) पर अपने अनुभव साझा किए.

इन सभी खुलासों के बाद स्टार किड्स को लेकर होने वाली आलोचना और ज्यादा बढ़ गई है, लेकिन इसी बीच मेगास्टार अमिताभ बच्चन के बेटे और अभिनेता अभिषेक बच्चन ने अपने स्ट्रगल के दिनों की कहानी सोशल मीडिया पर साझा की.

अभिनेता ने बताया कि किस तरह उन्हें और 'रंग दे बसंती' निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा को कोई लॉन्च करने वाला नहीं मिला.

अभिनेता ने पोस्ट में लिखा, 'साल 2009... दिल्ली 6 और पा. बहुत लोग ये बात नहीं जानते होंगे कि 1998 में, मैं और राकेश ओमप्रकाश मेहरा अपने फिल्मी करियर की एकसाथ शुरुआत करना चाहते थे.'

अभिषेक आगे बताते हैं, 'हम 'समझौता एक्सप्रेस' के लिए साथ काम कर रहे थे. हमने बहुत कोशिश की, लेकिन हमें कोई लॉन्च करने वाला नहीं मिला. मुझे अभी याद भी नहीं कि मैं कितने प्रोड्यूसर और डायरेक्टर्स से मिला था उनसे रिक्वेस्ट की थी कि मुझे एक्टिंग का एक मौका दें. लेकिन किसी ने मौक नहीं दिया. हम दोनों दोस्त थे, तो हमने फैसला लिया कि हम कुछ ऐसा बनाएं जिसे राकेश डायरेक्ट कर सकें और मैं उसमें एक्टिंग कर सकूं, इस तरह 'समझौता एक्सप्रेस' का जन्म हुआ. यह फिल्म नहीं बन सकी जिसका मलाल हमारे दिल में आज भी है. उसके बाद राकेश मेरे पिता के साथ 'अक्स' बनाने लगे, और सौभाग्य से मैं और पापा जेपी साब से मिले. उन्हें मेरा लुक पसंद आया. जेपी साब 'आखिरी मुगल' बनाने के बारे में सोच रहे थे और उसके लिए उन्हें एक नए चेहरे की तलाश थी. मैं लकी रहा... उन्होंने कभी आखिरी मुगल तो नहीं बनाई लेकिन उसकी जगह 'रिफ्यूजी' बनाई.

पोस्ट के आखिर में अभिनेता ने अपने पुराने साथी के काम कर पाने का जिक्र किया. उन्होंने लिखा, '10 साल बाद राकेश और मैं आखिरकार साथ काम कर पाए. हमने साथ में 'दिल्ली 6' बनाई. बेहत प्यारी कास्ट... हम एक परिवार की तरह थे. ये सोनम कपूर की दूसरी फिल्म थी.'

इसके बाद अभिषेक ने अपने पोस्ट में पापा के साथ 'पा' और विद्या बालन के साथ काम करने का भी जिक्र किया है.

आपको बता दें कि अभिषेक ने 'रिफ्यूजी से ही बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इस फिल्म में उनके साथ करीना कपूर लीड रोल में थीं.

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हालांकि, जाहिर तौर पर अभिषेक का मकसद नेपोटिज्म पर कमेंट करने का नहीं लगता है, क्योंकि जो पोस्ट उन्होंने किया है, वह उनकी हैश्टैग 'रोडटू20' सीरीज का हिस्सा है. जो हाल ही में उन्होंने इंडस्ट्री में अपने 20 पूरे होने पर शुरू किया था.

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