चंडीगढ़: कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आल इंडिया कांग्रेस समिति की प्राथमिक मेंबरशिप से इस्तीफा देते समय पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारी प्रधान सोनिया गांधी को भेजे पत्र में कहा था कि माइनिंग विभाग ने उनको 30 से अधिक मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के ग़ैर कानूनी रूप से माइनिंग में लिप्त होने की रिपोर्ट दी है और जल्दी ही वह इन नामों को सामने लाएंगे.
इसी पर सूबे के उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा जिनके पास गृह मंत्रालय भी है, ने ट्वीट कर कहा है. ‘क्या यह आपकी अयोग्यता नहीं थी कि मुख्यमंत्री के तौर पर आपने रेत की खुदाई करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की.
इसके साथ ही रंधावा ने एक और ट्वीट करके कहा, ‘आपने पीपीए को ख़त्म करने का वादा किया था. दुख है ! आपने अपने वादे पूरे नहीं किये. आप पंजाब के लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहते हो. मौजूदा सरकार में पीपीए को रद्द करने की हिम्मत थी. हमारे इरादों के सबूत काफ़ी हैं और यह हमारी सरकार द्वारा दिया गया कोई लॉलीपॉप नहीं है.’
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने हालांकि रंधावा के उक्त टवीट पर सीधे तौर पर प्रतिक्रिया नहीं दी परन्तु सरहद पार से आए हथियारों की ताज़ा खेप पर ट्वीट किया, ‘उम्मीद है पंजाब सरकार, विशेष तौर पर गृह मंत्री पंजाब, इनकार मोड से बाहर आएंगे और इस धमकी को गंभीरता से लेंगे. सरहद पार से नियमित तौर पर कई खेप भेजे जाने की चुनौती का मुकाबला करने के लिए चौकसी बढ़ाने और विस्तृत कार्य योजना बनाई जानी चाहिए.
रंधावा और कैप्टन बीच ट्वीट वार चल ही रहा था कि इसी दौरान ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिन्दर सिंह राजा और विधायक कुलबीर जीरा ने भी कैप्टन पर ट्वीट कर टिप्पणियां की.
इस दौरान कुलबीर जारी ने ट्वीट किया, ‘कैप्टन साहब के अमित शाह एक दोस्त हैं, जो कि संकट में काम आते हैं. जीरा ने कहा ये पब्लिक है सब जानती है. फिलहाल यह आने वाले दिनों में ही पता लगेगा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह गैर कानूनी माइनिंग में कथित तौर पर लिप्त विधायकों और मंत्रियों के नामों का खुलासा कब करते हैं.
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