नई दिल्लीः21वीं सदी में तकनीक का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. लोग तकनीक के माध्यम से घर में बैठे बैठे व्यापार के साथ-साथ वैश्विक बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. लेकिन खास बात ये है कि तकनीकी के बढ़ते कदम के साथ हमारी राष्ट्रीय भाषा हिंदी का चलन भी बढ़ रहा है. तकनीक में हिंदी भाषा तेजी से लोकप्रिय हो रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सर्च इंजन गूगल की मानें तो हिंदी में कंटेंट पढ़ने वाले हर साल 80 से 94 फीसदी तक बढ़ रहे हैं. जबकि अंग्रेजी का ग्राफ 10 से 17 फीसदी तक बढ़ रहा है.
विदेशों में हिंदी का प्रचलन
आज हिंदी का प्रयोग गूगल में कंटेंट ढूंढने के लिए सबसे ज्यादा किया जा रहा है. जबकि हिंदी दुनियाभर में बोली जाने वाली भाषा में तीसरे स्थान पर है. इसके अलावा बाहर फिजी, मॉरीशस जैसे कई देशों में हिंदी को अल्पसंख्यक भाषा का दर्जा दिया गया है. इसके अलावा अमेरिका में 30 से ज्यादा यूनिवर्सिटी व शिक्षण संस्थानों में हिंदी पढ़ाई जाती है. ब्रिटेन की लंदन यूनिवर्सिटी, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी और यार्क यूनिवर्सिटी में भी हिंदी पढ़ाई जाती है. भारत को बेहतर तरीके से जानने के लिए दुनियाभर में करीब सवा सौ शिक्षण संस्थानों में हिंदी का अध्ययन कराया जाता है.
दुनिया में बढ़ा हिंदी का वर्चस्व
अमेरिका के सेनसस डिवीजन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में साल 2020 तक हिंदी बोलने वालों की संख्या 9 लाख से अधिक थी. जबकि, ये लगातार बढ़ रहा है. अमेरिका में रहने वाले 70 प्रतिशत भारतीय लोग हिंदी भाषा को पसंद करते हैं. भारत की बात करें तो मीडिया रिपोर्टस का कहना है कि 35 करोड़ लोगों की मूल भाषा हिंदी है. जिसमें सें 26 करोड़ लोग आम बोलचाल में हिंदी का प्रयोग करते हैं.