हैदराबाद: भारतीय कार बाजार में पिछले कुछ सालों से SUVs का दबदबा बना हुआ है. बाजार में कीमत से लेकर हर सेगमेंट की एसयूवी मौजूद है, जो लोगों के बजट में फिट बैठती हैं. लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब एसयूवीज़ को लोगों द्वारा ज्यादा पसंद नहीं किया जाता था और कंपनियों ने फिर भी इन्हें बाजार में उतारा और उसका नतीजा यह हुआ कि कार निर्माताओं को जल्द ही इन्हें बंद करना पड़ा, क्योंकि इनकी बिक्री अच्छी नहीं हो रही थी. यहां हम आपको ऐसी कुछ एसयूवीज़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें शायद आप पूरी तरह से भूल चुके होंगे.
1. टाटा सफारी पट्रोल
ये सुनकर आप चौंक गए होंगे, लेकिन यह सच है कि एक समय ऐसा भी था, जब टाटा मोटर्स अपने सबसे लोकप्रिय उत्पाद टाटा सफारी को पेट्रोल इंजन के साथ बेचती थी. कंपनी इस एसयूवी को 2000 दशक के शुरुआत में बेच रही थी. इसमें 2.0-लीटर का पेट्रोल इंजन मिलता था, जो 135 बीएचपी की पावर प्रदान करता था. यह इंजन इसके 2.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन से ज्यादा ताकतवर था. लेकिन कार का माइलेज कम होने के चलते इसे जल्द ही बंद करना पड़ा.
2. टाटा सिएरा
टाटा मोटर्स की एक और एसयूवी जिसके बारे में लोग भूल चुके हैं, जिसका नाम टाटा सिएरा है. यह एक मौलिक स्टाइल वाली एसयूवी थी, जिसे कंपनी ने 90 के दशक में लॉन्च किया था. यह एक 3-डोर एसयूवी थे और पीछे के दरवाजों की जगह पर बड़े आकार के ग्लास पैनल लगाए गए थे. कंपनी इस कार में 2.0-लीटर इनडायरेक्ट इंजेक्शन डीजल इंजन का इस्तेमाल करती थी, जो अधिकतम 68 बीएचपी की पावर और 110 न्यूटन मीटर का टॉर्क प्रदान करता था. लेकिन अब कंपनी इसके इलेक्ट्रिक वर्जन को फिर से बाजार में उतारने वाली है.
3. हुंडई टक्सन (पहली जनरेशन)
साउथ कोरियन कार निर्माता हुंडई ने अपनी पहली जनरेशन हुंडई टक्सन को भारत में कुछ ही समय के लिए बेचा था. इस कार को 2000 दशक के शुरुआत में उतारा गया था. कंपनी ने इस कार में 2.0-लीटर टर्बो डीजल इंजन का इस्तेमाल किया था, जो 120 बीएचपी की अधिकतम पावर और 270 एनएम का अधिकतम टॉर्क प्रदान करता था. इस कार में 4-व्हील-ड्राइव ट्रांसफर केस भी देखने को मिलता था.