एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू:अरेसिबो ने कई तूफानों और अन्य प्राकृतिक आपदाओं को झेला है और कई दशकों से खड़ा है. इसमें 2017 में आया तूफान मारिया और जनवरी में आए कुछ भूकंप शामिल हैं. लेकिन अगस्त में, एक सपोर्ट केबल अपने सॉकेट से फिसल गया और डिश में 100 फुट लंबा टियर बन गया.
इंजीनियरों ने समस्या को स्थिर और पुन: प्रयोज्य माना, लेकिन 6 नवंबर को एक दूसरी केबल निकली. यह नया केबल पिछले टावर के समान ही जुड़ा हुआ था. कई महीनों तक अकेले अतिरिक्त वजन से निपटने के बाद, आखिरकार यह टूट गया.
क्षति का मूल्यांकन कर इंजीनियरनों ने पाया कि संरचना किसी भी क्षण ढह सकती है. एनएसएफ (जो दूरबीन की देखरेख करता है) ने फैसला किया कि अरेसिबो निर्माण श्रमिकों और कर्मचारियों के लिए बहुत खतरनाक होगा. यहां तक कि अगर मरम्मत सफल रही, तो दीर्घकालिक स्थिरता की गारंटी देने का कोई तरीका नहीं होगा.
अपने अधिकांश समय में अरेसिबो दुनिया का सबसे बड़ा एकल-डिश रेडियो टेलीस्कोप था (2016 में चीन द्वारा पांच सौ मीटर एपर्चर गोलाकार टेलीस्कोप, या फास्ट के पूरा होने के साथ यह सबसे बड़ा नहीं रहा था.). दशकों तक, अरेसिबो अंतरिक्ष में वातावरण और वस्तुओं का अध्ययन करने के लिए विशिष्ट रूप से सक्षम था और कोई अन्य उपकरण यह नहीं कर सकते था, खासकर जब यह दूर के ग्रहों, चंद्रमाओं और पृथ्वी के क्षुद्रग्रहों के रडार अवलोकन करने की बात थी.
अरेसिबो ग्रहों की तरफ रडार बीम छोड़ता है और उनसे टकराकर वापस आने वाली बीमा का अवलोकन कर वह उनकी संरचना, दिशा और गति का पता लगाता है.