नई दिल्ली :सोनू, बाबू, माचा, शोना और पिंकी जैसे शब्द आप निकनेम के रूप में इस्तेमाल करते हो, लेकिन एक ऐसी कंपनी है, जो इनका उपयोग अपने नए-नए फीचरों के लिए कर रही है. इसके पीछे कंपनी ने कुछ खास कारण बताए हैं.
पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म स्नैपचैट ने बुधवार को देश में यूजर्स के लिए दो नए निकनेम-थीम वाले ऑग्मेंटेड रियलिटी (एआर) लेंस पेश किए. रिपोर्ट के अनुसार, नये एआर लेंस 'इंडियाज टॉप निकनेम्स' और 'माय निकनेम' हैं. कंपनी ने एक बयान में कहा कि 'इंडियाज टॉप निकनेम्स' लेंस में देश के पसंदीदा निकनेम की विशेषता वाले पांच बीस्पोक डिजाइन शामिल हैं. यह काम जानबूझकर लोगों को अपनी ओर खींचने के लिए किया गया है.
इतना ही नहीं, पहली बार भारतीय अपना निकनेम बनाने के लिए 'माई निकनेम' लेंस को कस्टमाइज कर सकते हैं. कंपनी ने भारतीय निकनेम कल्चर पर यूजीओवी के साथ साझेदारी में नया रिसर्च भी जारी किया, जिससे निकनेम्स के साथ लोगों के आकर्षण का पता चलता है.
रिसर्च के अनुसार, भारतीय युवा अपने उपनामों (निकनेम्स) का ऑनलाइन उपयोग करना पसंद करते हैं. आंकड़ों से यह भी पता चला कि 96 प्रतिशत से अधिक भारतीयों के जीवन में कम से कम एक निकनेम रहा है.