हैदराबाद : देश और दुनिया में 10 अगस्त को विश्व शेर दिवस या वर्ल्ड लॉयन डे (World Lion Day) मनाया जाता है. इस अवसर पर लोगों ने सोशल मीडिया पर शेरों की तस्वीरें शेयर कीं.
एक शोध के अनुसार पृथ्वी पर 30,000 से लेकर 100,000 शेर बचे हैं. पिछले चार दशकों में शेरों की आबादी में 50 फीसदी की गिरावट आई है.
शेरों से जुड़ीं महत्वपूर्ण जानकारियां गुजरात के गिर के जंगलों में रहने वाले एशियाई शेरों की आबादी में पिछले पांच सालों में 29 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. गिर के जंगलों में शेरों की आबादी 2015 में 523 थी, जो अब बढ़कर 674 हो गई है.
संरक्षण के कारण, शेर जहां पाए जाते हैं वहां पर भी 36 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है. पहले 2200 वर्ग किमी क्षेत्र में शेर पाए जाते थे, लेकिन अब 30,000 वर्ग किमी में पाए जाने लगे हैं.
वर्तमान में, एशियाई शेर सौराष्ट्र के संरक्षित क्षेत्रों और गांव के परिदृश्य में पाए जाते हैं. गुजरात में नौ जिलों में शेर पाए जाते हैं.
शेरों से जुड़ीं महत्वपूर्ण जानकारियां पिछले 100 वर्षों में 80 प्रतिशत से अधिक शेरे विलुप्त हो गए हैं. 27 अफ्रीकी देशों और एक एशियाई देश में शेर मौजूद हैं, लेकिन सात ऐसे देश है जहां पर 1,000 से अधिक शेर मौजूद हैं. 26 अफ्रीकी देशों में शेर विलुप्त हो गए हैं.
जैसे-जैसे मनुष्य विकसित हुआ. वैसे-वैसे वह खेतों व रहने के लिए जंगलों को काटने लगा. इसके परिणामस्वरूप शेर और मनुष्य संपर्क में आए. इसके बाद शेरों का शिकार किया जाने लगा. इससे धीरे-धीरे शेरों की संख्या कम होने लगी. कहीं न कहीं देखा जाए तो मानव आजीविका शेरों के लिए खतरे का कारण है.
बड़े पैमान पर शेरों का अवैध शिकार किया जाता है. इससे भी शेरों की संख्या दिन-प्रतिदिन कम हो रही है. शिकारी शेरों को जाल के माध्यम से पकड़ते हैं. इसके बाद शेरों को मार देते हैं.
प्रतिबंधित ट्रॉफी शिकार का सही रूप में लागू न होना, स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय संघ (मुख्य रूप से एशियाई) पारंपरिक चिकित्सा में शेरों के अंगों को उपयोग किए जाने से शेर की आबादी में गिरावट आई है.
अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने शेरों को संकटग्रस्त प्रजातियों से संबंधित लाल सूची में सूचीबद्ध किया है.
संरक्षण के प्रयास
1975 के बाद से, शेर को CITES परिशिष्ट II में शामिल किया गया है.
अफ्रीका में, शेर कई बड़े और अच्छी तरह से प्रबंधित संरक्षित क्षेत्रों में मौजूद हैं. पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका के अधिकांश रेंज राज्यों में एक बुनियादी ढांचा है, जो वन्यजीव पर्यटन का समर्थन करता है और इस तरह शेर पार्क प्रबंधन और स्थानीय समुदायों के लिए महत्वपूर्ण नकद राजस्व उत्पन्न करते हैं और वन्यजीव संरक्षण के लिए एक मजबूत प्रोत्साहन प्रदान करते हैं.
पश्चिम और मध्य अफ्रीका और पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका में शेरों के लिए क्षेत्रीय संरक्षण रणनीतियों का विकास किया गया है. राष्ट्रीय, सामुदायिक और परिदृश्य दोनों स्तरों पर कार्रवाई का मार्गदर्शन करने के लिए सामान्य प्राथमिकताएं निर्धारित करके, क्षेत्रीय संरक्षण रणनीतियों में शेर की स्थिति और प्रबंधन के व्यापक और महत्वपूर्ण सुधार की क्षमता है. शेर संरक्षण एक्शन प्लान विकसित करने के लिए इन क्षेत्रीय रणनीतियों का उपयोग कई देशों में किया गया है.