नई दिल्ली :वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म जूम ने एट रिस्क मीटिंग नोटिफायर नामक एक नया फीचर्स शुरू किया है, जो आयोजकों को यह पहचानने में मदद करेगा कि कौन सी मीटिंग बाधित होने या जूमबॉम्बिंग का जोखिम दे सकती है.
सोशल एट रिस्क मीटिंग नोटिफायर, सोशल मीडिया साइटों और जूम मीटिंग लिंक के लिए अन्य सार्वजनिक ऑनलाइन संसाधनों पर सार्वजनिक पोस्ट को स्कैन करता है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि जब सार्वजनिक रूप से पोस्ट की गई कोई मीटिंग की जानकारी मिलती है, जो दी गई मीटिंग को रिस्की होने का संकेत देती है तो इसके बाधित होने का खतरा अधिक हो सकता है. हम इसकी जानकारी अकाउंट मालिकों और एडमिन को ईमेल द्वारा देते हैं.
इस वर्ष जूमबॉम्बिंग एपिसोड काफी व्यापक थे, क्योंकि लोगों ने रिमोट बर्क के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के समय में जूम का उपयोग करना शुरू कर दिया था.
नई सुविधा डिफॉल्ट रूप से सक्षम है और उपयोगकर्ताओं को अपने खातों के लिए कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है.