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हेल्थ ट्रैकर के जरिए कोरोना वायरस के लक्षण दिखने से पहले चल सकता है संक्रमण का पता

लंदन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अवा फर्टिलिटी ट्रैकर (Ava fertility tracker) की मदद से कोरोना का पहले से पता लगाया जा सकता है. अवा फर्टिलिटी ट्रैकर कलाई पर पहना जाने वाला उपकरण है. वैज्ञानिक 1,163 लोगों पर डिवाइस का परीक्षण करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं.

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संक्रमण का पता

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Published : Jun 24, 2022, 3:50 PM IST

हैदराबाद :लंदन के शोधकर्ताओं का दावा है कि अवा नाम का एक फर्टिलिटी ट्रैकर (Ava fertility tracker) पहले से ही कोविड-19 का पता लगा सकता है और लक्षणों के बारे में चेतावनी दे सकता है. अध्ययन पीयर-रिव्यू जर्नल बीएमजे में प्रकाशित हुआ है. अवा को आमतौर पर एक सेंसर ब्रेसलेट (sensor bracelet) के रूप में पहना जाता है. ये एक तरह का हेल्थ ट्रैकर है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से ट्रैकर त्वचा के तापमान, हार्टबीट, रक्त प्रवाह, नींद की मात्रा और गुणवत्ता में बदलाव के आधार पर तय करता है कि क्या कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है. अवा का उपयोग करने वाले व्यक्ति को इसके लिए कम से कम चार घंटे सोना चाहिए. शोधकर्ताओं ने पाया है कि हर 10 सेकंड में एक बार उपरोक्त डेटा एकत्र करके और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से इसका विश्लेषण करके कोविड -19 की शुरुआत का पता लगाया जा सकता है.

शोधकर्ताओं ने स्मार्टफोन एप का उपयोग करके डेटा का विश्लेषण किया. मार्च 2020 से अप्रैल 2021 तक, 51 साल से कम उम्र के 1,163 लोगों पर डिवाइस का परीक्षण किया गया. अध्ययन में शामिल लोग अवा फर्टिलिटी ट्रैकर पहनकर रात भर सोए जिसके बाद SARS-nCoV-2 वायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिए एंटीबॉडी परीक्षण किए गए.

उन लोगों के भी पीसीआर परीक्षण किए गए जिनमें कोविड -19 लक्षण थे. अध्ययन अवधि के दौरान 127 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हुए. उनमें से 66 ने लगातार 29 दिनों तक अपनी कलाई पर अवा डिवाइस पहनी थी. साढ़े आठ दिनों तक पहले से ही कोविड-19 के लक्षण दिखे. इससे तय किया गया कि एआई एल्गोरिदम के संयोजन में पहनने योग्य उपकरणों का उपयोग रोग की शुरुआत की भविष्यवाणी कर सकता है.

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