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Deepfake Videos : जानिए डीपफेक वीडियो के बारे में क्या सोचते हैं भारतीय

By IANS

Published : Nov 30, 2023, 12:06 PM IST

Updated : Dec 1, 2023, 6:16 AM IST

Deepfake Videos : चुनाव वाले राज्यों में भी कई डीपफेक वीडियो प्रचलन में आए हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित डीपफेक वीडियो की बढ़ती प्रवृत्ति पर ध्यान देना चाहिए. सोशल कम्युनिटी प्लेटफॉर्म के सर्वेक्षण के अनुसार सर्वेक्षण में शामिल उत्तरदाताओं का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित Deepfake Videos को हटा दिया जाना चाहिए. localcircles Survey .

1 in 2 Indians seek deepfakes to be removed in 24 hrs from social media
डीपफेक वीडियो

नई दिल्ली : तीन में से लगभग एक (30 प्रतिशत) भारतीयों का कहना है कि वे बहुत सारे वीडियो देख रहे हैं और बाद में पता चलता है कि वे नकली हैं. दो में से एक से अधिक लोगों की मांग है कि 24 घंटे के भीतर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डीपफेक वीड‍ियो को हटाया जाए. गुरुवार को एक नए सर्वेक्षण से यह जानकारी सामने आई. हाल के सप्ताहों में, कई भारतीय अभिनेताओं ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रसारित होने वाले डीपफेक लघु वीडियो में अभिनय किया है.

सोशल कम्युनिटी प्लेटफॉर्म लोकलसर्कल्स के सर्वेक्षण के अनुसार, सर्वेक्षण में शामिल 43 प्रतिशत भारतीय हर दिन औसतन तीन या अधिक लघु वीडियो देखते हैं. उनमें से तीस प्रतिशत का कहना है कि बाद में उन्हें पता चला कि उनके द्वारा देखे गए 25 प्रतिशत या अधिक वीडियो नकली थे. निष्कर्षों से पता चला कि लगभग 56 प्रतिशत उत्तरदाताओं का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित डीपफेक वीडियो को शिकायत के 24 घंटे के भीतर हटा दिया जाना चाहिए.

चुनाव वाले राज्यों में भी कई डीपफेक वीडियो प्रचलन में पाए गए हैं. सरकार को डीपफेक की बढ़ती प्रवृत्ति पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि सरकार डीपफेक जैसी आपत्तिजनक सामग्री से पीड़ित होने पर आईटी नियमों के उल्लंघन के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में नागरिकों की सहायता करेगी. मंत्री ने कहा कि सरकार डीपफेक से निपटने के लिए जल्द ही नए नियम लाएगी. इस बीच, सरकार ने आदेश दिया है कि सोशल मीडिया कंपनियों को भ्रामक और डीपफेक वीडियो की पहचान करनी होगी.

डीपफेक वीडियो

सर्वेक्षण के अनुसार, बहुत कम लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखे गए वीडियो की प्रामाणिकता के बारे में जानते हैं या इसकी जांच करने की जहमत उठाते हैं. सामुदायिक चर्चाओं के हिस्से के रूप में, लोगों ने बेहद खराब प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि जब उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो जाता है, तो प्लेटफ़ॉर्म को उपयोगकर्ताओं की शिकायतों के प्रति प्रतिक्रिया देनी पड़ती है. लोगों ने लिखा है कि औपचारिक पुलिस शिकायत के बाद भी, इसे निष्क्रिय करने में 7-10 दिन लग रहे हैं. सर्वेक्षण में कहा गया है, "सिर्फ अभिनेता, राजनेता, मशहूर हस्तियां ( रश्मिका, कैटरीना कैफ, काजोल, आलिया भट्ट ) आदि ही नहीं, बल्कि कोई भी डीपफेक वीडियो का निशाना बन सकता है क्योंकि हर महीने वैश्विक स्तर पर नए उपकरण सामने आते हैं, जो उपयोगकर्ताओं को डीपफेक वीडियो बनाने में सक्षम बनाते हैं."

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Last Updated : Dec 1, 2023, 6:16 AM IST

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