न्यूयॉर्क :कई भारतीयों और भारतीय मूल के तकनीकी विशेषज्ञों ने टाइम पत्रिका की पहली 'टाइम100 एआई सूची' में जगह बनाई है, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) में 100 सबसे प्रभावशाली लोगों को शामिल किया गया है. सूची में 18 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी स्नेहा रेवनूर सबसे युवा हैं, Sneha Revnoor ने हाल ही में नैतिक एआई के लिए आयोजित एक युवा-नेतृत्व वाले अभियान 'इनकोड जस्टिस' का नेतृत्व करने के लिए जो बाइडेन प्रशासन से मुलाकात की. रेवनूर को अक्सर "एआई की ग्रेटा थुनबर्ग" कहा जाता है.
नील खोसला, जिन्होंने 2017 में टेलीहेल्थ स्टार्टअप क्यूराई हेल्थ की सह-स्थापना की, वह भी सूची में हैं. वाधवानी एआई के सह-संस्थापक रोमेश और सुनील वाधवानी को भी सूची में नामित किया गया है. मुंबई स्थित वाधवानी एआई एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसका मिशन स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और कृषि सहित सामाजिक भलाई के लिए एआई समाधान विकसित करना और तैनात करना है. तुशिता गुप्ता अमेरिका स्थित कंपनी रेफाइबर्ड की मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी हैं.
इसका उद्देश्य विभिन्न कपड़ा वस्तुओं की संरचना की पहचान करने के लिए एआई का उपयोग करके कपड़ा रीसाइक्लिंग में क्रांति लाना है. प्रतिष्ठित सूची में एक अन्य भारतीय माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया की प्रमुख शोधकर्ता कालिका बाली हैं. Kalika Bali ने प्रौद्योगिकी में भाषा संबंधी बाधाओं को तोड़ने के लिए कई साल से समर्पित काम किया है. 2023 टाइम 100 एआई अंक के मुख-पृष्ठ पर नील जैमीसन के इल्यूस्ट्रेशन हैं जिसमें सूची में शामिल 28 लोगों के चित्र हैं. इनमें ओपनएआई के सैम ऑल्टमैन, एंथ्रोपिक के डारियो और डेनिएला अमोदेई, गूगल डीपमाइंड के डेमिस हसाबिस और अन्य लोग शामिल हैं.