चेन्नई:शनिवार सुबह श्रीहरिकोटा रॉकेट बंदरगाह पर इसरो द्वारा भारतीय रॉकेट पीएसएलवी से रविवार को प्रक्षेपित किए जाने वालेे सिंगापुर के सात उपग्रहों की उलटी गिनती शुरू हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. रविवार का रॉकेटिंग मिशन 2023 में इसरो का तीसरा व्यावसायिक मिशन होगा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन- ISRO के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "उलटी गिनती शनिवार सुबह 5.01 बजे शुरू हुई."
2023 में दो सफल कॉमर्सिअल प्रक्षेपण : ISRO सिंगापुर के सात उपग्रहों का प्रक्षेपण 30 जुलाई को प्रातः 6.30 बजे अपने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान- PSLV का उपयोग करते हुए करेगी. अगर मिशन सफल होता है, तो यह इसरो की ओर से 1999 से 36 देशों के 431 विदेशी उपग्रहों का प्रक्षेपण होगा . इस वर्ष इसरो ने दो सफल कॉमर्सिअल प्रक्षेपण किये. पहला यूके स्थित वनवेब से संबंधित 36 उपग्रहों का प्रक्षेपण मार्च में और दूसरा सिंगापुर के दो उपग्रहों का प्रक्षेपण अप्रैल में PSLV Rocket के साथ. अंतरिक्ष विभाग की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड- NSIL ने सिंगापुर के उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए PSLV -C 56 रॉकेट को लिया है.रविवार को पीएसएलवी-सी56 कोड वाला पीएएलवी रॉकेट लगभग 360 किलोग्राम वजनी सिंगापुर के उपग्रह को अंतरिक्ष में ले जाएगा.
हर मौसम में दिन और रात की कवरेज : DS-SAR इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज- IAI द्वारा विकसित सिंथेटिक एपर्चर रडार- SAR पेलोड रखता है. यह DS-SAR को हर मौसम में दिन और रात की कवरेज प्रदान करने की अनुमति देता है, और पूर्ण पोलारिमेट्री पर एक मीटर रिज़ॉल्यूशन पर इमेजिंग करने में सक्षम है.एक बार तैनात और चालू होने के बाद,इसका उपयोग सिंगापुर सरकार के भीतर विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह इमेजरी आवश्यकताओं का सहयोग करने के लिए किया जाएगा. ST इंजीनियरिंग अपने कॉमर्सिअल ग्राहकों के लिए मल्टी-मॉडल और उच्च प्रतिक्रियाशीलता इमेजरी और भू-स्थानिक सेवाओं के लिए इसका उपयोग करेगी.