हैदराबाद : टी-20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में भारतीय टीम पाकिस्तान से बुरी तरह हार गई. आईसीसी टूर्नामेंट में ऐसा पहली बार हुआ. तब यह माना गया कि टॉस हारने के कारण भारतीय टीम को हार का मुंह देखना पड़ा. न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में तो इससे भी बुरा हाल हो गया. संयोग यह था कि इस मैच से पहले भी कप्तान विराट कोहली टॉस हार चुके थे और टीम को न चाहते हुए बैटिंग करनी पड़ी. मगर टॉस के अलावा कई ऐसे कारण भी हैं, जिस कारण भारतीय टीम को सेमीफाइनल में जाने के लिए दुआओं का सहारा लेना पड़ रहा है.
Photo courtesty- BCCI Twitter आईपीएल की थकान तो भारतीय टीम पर हावी :टी-20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय खिलाड़ी आईपीएल में व्यस्त थे. इससे पहले टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे से लौटी थी. वर्ल्ड कप में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या जैसे बॉलर ने उम्दा बॉलिंग नहीं की. इसी तरह टीम के बल्लेबाजों का फुटवर्क नहीं दिखा. न्यूजीलैंड के खिलाफ आधी टीम सिर्फ 70 रनों के भीतर पविलियन लौट आई. इससे सवाल उठ रहे हैं कि पहले ही मैच से टीम आईपीएल की थकान से जूझ रही है. सूत्र बताते हैं कि तीन खिलाड़ी अनफिट थे, फिर भी उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया. आईसीसी टूर्नामेंट से पहले टीम का वर्क लोड कम नहीं हुआ. आईपीएल में खिलाड़ियों ने खुद को झोंक दिया और नतीजा सामने हैं.
Photo courtesty- IPL twitter सही साबित हो रही है सुनील गावस्कर की भविष्यवाणी :विराट कोहली ने 16 सितंबर को वर्ल्ड कप के बाद टी-20 की कप्तानी छोड़ने की घोषणा की थी. तब कई दिग्गजों ने कोहली के फैसले को गैरजिम्मेदाराना बताया था. उनका कहना था कि अभी तक कोहली बतौर कप्तान एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सके हैं. इस फैसले के ऐलान के बाद कोहली ने जीत हार से खुद को अलग कर लिया था. एक चैनल के साथ बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा था कि जब भी किसी कप्तान ने ऐसा किया है, उसकी टीम टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई है. आज टीम इंडिया के साथ गावस्कर की यह भविष्यवाणी सही साबित हो रही है.
Photo courtesty- BCCI Twitter टीम में मतभेद का भी बड़ा रोल है :टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच मतभेद की चर्चाएं आम होती रही हैं. बताया जाता है कि विराट कोहली ने सिलेक्टर्स को रोहित शर्मा को उपकप्तानी से हटाने का प्रस्ताव दिया था. विराट ने दलील दी थी कि रोहित 34 साल के हैं, इसलिए उनके करियर को देखते हुए टीम को नए उपकप्तान की जरूरत होगी. विराट के प्रस्ताव को सिलेक्टर्स ने खारिज कर दिया था. बताया जाता है कि कप्तान कोहली और टीम के प्लेयर के बीच संवाद की कमी है. खिलाड़ी अपने कप्तान से अनौपचारिक चर्चा नहीं करते, जैसा वह धोनी के जमाने में करते थे.
कोहली ने धोनी की सलाह को ठुकराया ! :भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री को अंदाजा हो चुका है कि वह अब टीम के साथ लंबे समय तक नहीं रहने वाले हैं. इस कारण पिछले दिनों उन्होंने ऐसे बयान दिए, जिसमें उनकी बीसीसीआई से खिलाफ नाराजगी नजर आई. रिपोर्टस के मुताबिक, कप्तान विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में महेंद्र सिंह धोनी की सलाह को अनदेखी की. जब भारत के विकेट गिर रहे थे, तब धोनी ने हार्दिक पांड्या को पहले बल्लेबाजी करने की सलाह दी थी. माना जाता है कि कोहली कोच रवि शास्त्री की सलाह पर लेफ्ट-राइट बैट्समैन पर ही अड़े रहे.
फिलहाल पाकिस्तान से हार के बाद विराट कोहली ने जो बयान दिया, वह भी दिलचस्प है.
सेमीफाइनल के लिए उम्मीद, कमाल की खुशफहमी :भारत अभी भी सेमीफाइनल में पहुंच सकता है. इसके लिए मैन इन ब्लू के फैंस को न्यूजीलैंड की बुरी किस्मत और अफगानिस्तान के असाधारण प्रदर्शन की दुआ करनी होगी. साथ ही भारतीय टीम को आने वाले तीन ग्रुप मैचों में बड़े बेहतर स्ट्राइक रेट से प्रदर्शन करना होगा. भारत को अफगानिस्तान, नामीबिया और स्कॉटलैंड से मुकाबला करना है. इन मैचों में जीत के बाद भारत के 6 अंक हो जाएंगे. अगर न्यूजीलैंड अफगानिस्तान से हार जाती है ( जिसकी संभावना कम है) तो उसके भी 6 अंक हो जाएंगे. फिर अच्छे रन रेट के बदौलत भारत सेमीफाइनल में पहुंच जाएगा. है न कमाल की खुशफहमी.