लंदन : एक नए अध्ययन से पता चला है कि स्थानीय फेसबुक ग्रुप मेंबर्स को सैकड़ों फर्जी पोस्ट का सामना करना पड़ा है. इनमें लापता बच्चों या खुले में घातक सांपों की झूठी खबरें भी शामिल हैं. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, यूके की तथ्य-जांच चैरिटी फुल फैक्ट (Fact-Check Charity Full Fact) ने दुनिया भर में सोशल मीडिया साइट के सामुदायिक समूहों पर 1,200 से अधिक झूठे पोस्ट की खोज की.
शोधकर्ताओं के अनुसार, समुदायों में डर पैदा करने के इरादे से की गई ये भ्रामक पोस्टें यूजर्स को गलत जानकारी से भर सकती हैं. इससे वास्तविक अलर्ट और अपीलें प्रभावित हो सकती हैं. शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि इस सामग्री को फैलाने की प्रेरणा वित्तीय लाभ या उत्पादों/सेवाओं का प्रचार हो सकती है. यह गलत सूचना ब्रिटेन में प्रचलित थी, लेकिन इसी तरह की पोस्ट अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में पाई गईं. इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने पाया कि साझा की गई अधिकांश सामग्री लापता बच्चों और पेंशनभोगियों के बारे में थी.
वायरल होने वाली फर्जी खबरें की जाती हैं पोस्ट
जांच में कई पोस्ट का खुलासा हुआ, जिसमें दावा किया गया कि चाकू से लैस एक व्यक्ति कई शहरों में लोगों पर हमला कर रहा था. फुल फैक्ट के संपादक स्टीव नोवोटनी ने कहा, "धोखा देने वालों ने स्पष्ट रूप से पहचान लिया है कि इन पोस्टों की व्यापक पहुंच हो सकती है और दुनिया भर में स्थानीय फेसबुक समूह अब झूठी सूचनाओं से अभिभूत हो रहे हैं."