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इन भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का स्थापना दिवस आज, राष्ट्रपति और पीएम ने दी शुभकामनाएं - tamil nadu

आज के दिन मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब, केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्य अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं. वहीं, दिल्ली, चंडीगढ़, पुडुचेरी, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार को भी इसी दिन केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था.

राष्ट्रपति और पीएम ने दी शुभकामनाएं
राष्ट्रपति और पीएम ने दी शुभकामनाएं

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Published : Nov 1, 2021, 11:34 AM IST

नई दिल्ली:देश के कई राज्य मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब, केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु आज अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं. वहीं, दिल्ली, चंडीगढ़, पुडुचेरी, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार को भी इसी दिन केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था. इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामनाएं दी हैं.

राष्ट्रपति कोविंद ने शुभकामनाएं देते हुए ट्ववीट किया, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब, लक्षद्वीप और पुडुचेरी के स्थापना दिवस पर लोगों को बधाई. इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के निवासियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं.

वहीं, पीएम मोदी ने भी शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने इस मौके पर इन राज्यों के लोगों को बधाई दी और उनके स्वस्थ व सफल जीवन की कामना की. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर इन सभी राज्यों की प्रगति की भी कामना की. प्रधानमंत्री ने कहा, हरियाणावासियों को राज्य के स्थापना दिवस की ढेरों बधाई. मेरी कामना है कि परंपरा और संस्कृति को सहेजकर रखने वाला यह राज्य विकास के नित नए मानदंड गढ़ता रहे.

छत्तीसगढ़ के लोगों को बधाई देते हुए मोदी ने कामना की कि लोकगीत, लोक-नृत्य और कला-संस्कृति के लिए विशिष्ट पहचान रखने वाला यह प्रदेश प्रगति के नए मानदंड स्थापित करे. मध्य प्रदेश को उन्होंने प्राकृतिक संसाधन और कला-संस्कृति से समृद्ध प्रदेश बताया और उसके निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहने की कामना की.

आंध्र प्रदेश के लोगों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां की जनता कौशल, दृढ़ता और तप के लिए जानी जाती है. उन्होंने कहा, इसलिए राज्य के लोग कई क्षेत्रों में सफल हैं. मैं कामना करता हूं कि आंध्र प्रदेश के लोग हमेशा खुश, स्वस्थ और सफल रहें. इसी प्रकार प्रधानमंत्री ने कर्नाटक और केरल के लोगों के सफल जीवन और प्रगति की कामना की.

बता दें, भारत में राज्यों की संख्या 28 है, जिनका गठन सिर्फ एक दिन में नहीं हुआ. इन राज्यों को बनने में और अस्तित्व में आने में सालों लग गए. भारत का हर राज्य अपनी अनूठी संस्कृति के लिए जाना जाता है. इसी के आधार पर अलग-अलग समय में अलग-अलग राज्यों का गठन किया गया. 1 नवंबर यानी आज के दिन मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब, केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्य अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं. वहीं, दिल्ली, चंडीगढ़, पुडुचेरी, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार को भी इसी दिन केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था.

1) आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh): 1 नवंबर 1956- कई आंदोलनों और बलिदानों के बाद, तत्कालीन मद्रास प्रेसीडेंसी से अलग होने के बाद आंध्र प्रदेश राज्य का गठन किया गया था. तेलंगाना जो उस समय हैदराबाद का हिस्सा था. इसका बाद में आंध्र राज्य में विलय हो गया था, जिसके बाद आंध्र प्रदेश अस्तित्व में आया.

2) तमिलनाडु (Tamil Nadu): 1 नवंबर 1956- आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल का एक हिस्सा मद्रास प्रेसीडेंसी (Madras Presidency) से अलग हो गया था. अक्टूबर 1956 में 75 दिनों के अनिश्चितकालीन उपवास के बाद तमिल विद्वान और गांधीवादी शंकरलिंगनार की मृत्यु हो गई. शंकरलिंगनार की मौत ने तत्कालीन प्रशासन को 1956 में राज्यों के भाषाई पुनर्गठन विधेयक को राज्य विधानसभा में पारित करने और संसदीय मंजूरी के लिए प्रेरित किया.

3) केरल (Kerala): 1 नवंबर 1956 को आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के साथ, केरल राज्य भी 1956 में राज्यों के भाषाई पुनर्गठन के पारित होने और मालाबार, कोचीन और त्रावणकोर प्रांतों के विलय के बाद मद्रास प्रेसीडेंसी से अलग हो गया.

4) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh): 1 नवंबर 1956- राज्य पुनर्गठन अधिनियम (States Reorganization Act) के तहत, मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्यों को मध्य प्रदेश में मिला दिया गया और मराठी भाषी दक्षिणी क्षेत्र विदर्भ को बॉम्बे राज्य को सौंप दिया गया.

5) कर्नाटक (Karnataka): 1 नवंबर 1956- दक्षिण भारत के कन्नड़ भाषी क्षेत्रों को मिलाकर कर्नाटक राज्य बनाया गया था. एक एकीकृत कन्नड़ भाषी उप-राष्ट्रीय इकाई बनाने के लिए, मैसूर की रियासत को बॉम्बे और मद्रास प्रेसीडेंसी के कन्नड़ भाषी क्षेत्रों के साथ-साथ हैदराबाद की रियासत के साथ मिला दिया गया था.

6) हरियाणा (Haryana): 1 नवंबर 1966- न्यायमूर्ति जेसी शाह की अध्यक्षता में पंजाब पुनर्गठन अधिनियम (1966) के अनुसार, शाह आयोग ने पंजाब के मौजूदा राज्य को विभाजित किया था और नए राज्य हरियाणा की सीमाओं का निर्धारण किया था.

7) पंजाब (Punjab): 1 नवंबर 1966- साल 1956 में पंजाब को पूर्वी पंजाब राज्य के साथ मिलाया गया ताकि एक नया और विस्तृत भारतीय राज्य बनाया जा सके, जिसे केवल पंजाब के नाम से जाना जाए. हालांकि, हरियाणा राज्य को भाषाई आधार पर बनाने के बाद, पंजाब पुनर्गठन अधिनियम (1966) के तहत पंजाबी भाषी आबादी ने राज्य का गठन किया था.

8) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh): 1 नवंबर 2000- 25 अगस्त 2000 को तत्कालीन राष्ट्रपति ने मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 को अपनी सहमति दी, जिसके बाद मध्य प्रदेश के दस छत्तीसगढ़ी और छह गोंडी भाषी दक्षिण-पूर्वी जिलों को विभाजित करके छत्तीसगढ़ का गठन किया गया था.

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