न्यूयॉर्कःअमेरिकी शोधकतार्ओं की एक टीम ने वाहनों के अंदर कंप्यूटर नेटवर्क की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक नया मशीन लर्निंग-आधारित ढांचा विकसित किया है.
वर्जीनिया टेक, क्वींसलैंड विश्वविद्यालय और ग्वांगजू इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के विशेषज्ञों के सहयोग से, अमेरिकी सेना अनुसंधान प्रयोगशाला के शोधकतार्ओं ने एक प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा रणनीति को अनुकूलित करने में मदद करने के लिए 'डीसोलेटर' नामक एक तकनीक तैयार की है.
डीसोलेटर व्हीकल नेटवर्क (Desolator Vehicle Network) को प्रभावी, दीर्घकालिक मूविंग लक्ष्य रक्षा प्रदान करने में मदद करता है. अमेरिकी सेना के गणितज्ञ डॉ. टेरेंस मूर ने कहा कि इस टेक्नोलॉजी को विकसित करने का आइडिया, मूविंग टारगेट पर निर्भर करता है क्योंकि एक मूविंग टारगेट को मारना या हमला करना मुश्किल है.
उन्होंने एक बयान में समझाया कि अगर सब कुछ स्थिर रहता है, तो विरोधी हर चीज को देखने और अपना लक्ष्य चुनने में अपना समय ले सकता है. लेकिन अगर आप आईपी एड्रेस का तेजी से फेरबदल करते हैं, तो आईपी को सौंपी गई जानकारी खो जाती है, और विरोधी को फिर से इसकी तलाश करनी पड़ती है.
इस रिसर्च टीम ने विभिन्न रिवार्ड कार्यों के आधार पर एल्गोरिथ्म के व्यवहार को धीरे-धीरे आकार देने के लिए गहन सुदृढीकरण सीखने का उपयोग किया, जैसे कि एक्सपोजर टाइम और गिराए गए पैकेटों की संख्या. ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि डीसोलेटर ने सुरक्षा और दक्षता दोनों को समान रूप से ध्यान में रखा है.