हांगकांगःचीन की एक टीम ने दावा किया है कि उनका नया, क्वांटम कोड-ब्रेकिंग एल्गोरिथम व्यावहारिक क्वांटम कंप्यूटर (Practical Quantum Computer) के पैमाने को कम कर सकता है, जिस पर अमेरिका की भौंहें तन गई हैं. मीडिया रिपोर्ट्स को बुधवार को यह जानकारी दी. South China Morning Post (साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट) की रिपोर्ट में खुलासा किया है कि सिंघुआ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर लॉन्ग गुइलु (Professor Long Guilu of Tsinghua University) के नेतृत्व में टीम ने एक पेपर तैयार किया है, जिसमें कि दावा किया गया है कि इसका नया एल्गोरिदम एक व्यावहारिक क्वांटम कंप्यूटर के पैमाने को 372 क्विबिट तक कम कर सकता है- आईबीएम के osprey (ओस्प्रे) से भी कम है. हालांकि यह पेपरअभी तक प्रकाशित नहीं हुआ है.
Osprey 433 क्विबिट्स के साथ काम करता है और ब्रेकिंग कोड के पास कहीं नहीं है. IBM (आईबीएम) ने पिछले साल नवंबर में नए 433 क्विबिट क्वांटम प्रोसेसर (Qubit Quantum Processor) का अनावरण किया, जिसमें किसी भी सामान्य कंप्यूटर की कम्प्यूटेशनल क्षमता से परे जटिल क्वांटम कंप्यूटेशंस चलाने की क्षमता है. इसे 'IBM Osprey' कहा जाता है. इसमें किसी भी आईबीएम क्वांटम प्रोसेसर की सबसे बड़ी क्विबिट काउंट (Qubit Count) है, जो 2021 में अनावरण किए गए आईबीएम 'ईगल' प्रोसेसर पर 127 क्विबिट को तीन गुना करने से अधिक है.
अमेरिका के क्वांटम विशेषज्ञों में चिंता
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी वैज्ञानिकों के नए दावे ने अमेरिका के वरिष्ठ सुरक्षा और क्वांटम विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया है. अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर ब्रूस श्नेयर (American cryptographer Bruce Schneier) ने कहा कि चीनी दावा गंभीरता से लेने वाला है. श्नेयर ने कहा- यह सही नहीं हो सकता है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से गलत नहीं है और एक बड़ा सवाल है कि चीन सरकार ने इस शोध को वर्गीकृत क्यों नहीं किया.