हांगकांग : विवादास्पद चीनी वैज्ञानिक, जिन्होंने 2018 और 2019 में दुनिया के पहले ' जीन संपादित बच्चे ' ( Gene edited babies ) पैदा किए और तीन साल के लिए जेल गए थे, ने यह कहते हुए खुलकर बात की है कि आनुवंशिक रूप से संपादित बच्चे अपने अभिभावक के साथ खुशी से रह रहे हैं. द साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट के साथ एक साक्षात्कार में हे जियानकुई ( He Jiankui ) ने कहा कि उनका जीवन सामान्य, शांतिपूर्ण और अबाधित है.
रिपोर्ट में हे के हवाले से कहा गया, "यह उनकी इच्छा है और हमें उनका सम्मान करना चाहिए. बच्चों और उनके परिवारों की खुशी पहले आनी चाहिए." यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें बच्चों के भविष्य की चिंता है, वैज्ञानिक ने कहा : "आपको उनसे बहुत उम्मीदें होंगी, लेकिन आपको बड़ी बेचैनी भी होगी." दिसंबर 2019 में एक चीनी अदालत ने 'सीआरआईएसपीआर-कैस9' नामक जीन-संपादन उपकरण का उपयोग करके चिकित्सा नियमों का उल्लंघन करने के लिए He Jiankui को तीन साल की जेल की सजा सुनाई.
2018 में Jiankui ने दुनिया को चौंका दिया था जब घोषणा की कि उन्होंने दो आनुवंशिक रूप से संशोधित जुड़वां लड़कियां बनाई हैं, जिनका नाम लुलु और नाना रखा गया है. तीसरे बच्चे, एमी का जन्म अगले वर्ष हुआ, वह भी चीन में. उन्होंने CCR5 gene को फिर से लिखने के लिए Gene editing tool CRISPR Cas9 का इस्तेमाल किया, जो एक आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण एचआईवी को प्रतिरोध प्रदान करने के लिए जाना जाता है.