हैदराबाद : चीन और अमेरिका के बीच विवाद किसी से छुपा नहीं है. ताजा मामला चीन सरकार की ओर से अपने कर्मचारियों के लिए जारी नये गाइडलाइन को लेकर है, जिसमें सरकार की ओर से देश के सभी कर्मचारियों को अपने वर्क प्लेस पर एप्पल या किसी अन्य विदेशी ब्रांड को नहीं ले जाने को कहा है. इसका असर चीन के वहां के कार्यालयों में दिखने लगा है. चीन सरकार की ओर से अघोषित गाइड लाइन का कार्यालयों में सख्ती से पालन कराया जा रहा है. प्रतिबंध को ध्यान में रखते हुए विदेशी इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स को कार्यालयों में न ले जाने और उपयोग नहीं करने को सख्ती से लागू कराया जा रहा है. बता दें कि ब्लूमबर्ग न्यूज व कई अन्य न्यूज एजेंसियों ने चीन एप्पल व अन्य विदेशी प्रोडक्ट्स के संबंध में गाइडलाइन से संबंधित खबरें शेयर की है.
ब्लूमबर्ग न्यूज की खबर में बताया गया है कि दिसंबर 2023 में शेडोंग, झेजियांग, लियाओनिंग और सेंट्रल हेबेई जैसे शहरों में दुनिया की सबसे बड़ी आईफोन कंपनियां हैं. इन शहरों के अलावा कई छोटे-मंझोले शहरों में छोटी कंपनियों और एजेंसियों ने मौखिक आदेश में आईफोन व अन्य विदेश प्रोडक्ट्स उपयोग करने से मना किया है. बता दें कि इससे पहले इसी साल सितंबर माह में रॉयटर्स ने रिपोर्ट दी थी कि चीन सरकार के कम से कम तीन मंत्रालयों व सरकारी एजेंसियों के कर्मचारियों को वर्क प्लेस पर आईफोन का उपयोग नहीं करने को कहा गया था.