Apple ने अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए Beeper Mini iMessage ऐप को किया बंद
ऐप्पल ने बीपर मिनी को किया बंद कर दिया है. बता दें, बीपर मिनी पिछले हफ्ते ही लांच किया गया था. बीपर मिनी एक स्टैंडअलोन एंड्रॉइड ऐप है जो विशेष रूप से आईफ़ोन के साथ ब्लू बबल संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए बनाया गया है. पढ़े पूरी खबर...
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सैन फ्रांसिस्को : एंड्रॉइड के लिए आईमैसेज सॉल्यूशन बीपर मिनी को यूजर्स के लिए ब्लॉक किए जाने के बाद, एप्पल ने कहा है कि उन्होंने आईमैसेज तक एक्सेस प्राप्त करने के लिए फेक क्रेडेंशियल्स का फायदा उठाने वाली टेक्निक को ब्लॉक कर यूजर्स की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं. बता दें, बीपर मिनी ऐप यूजर्स को सीधे अपने एंड्रॉइड डिवाइस से ब्लू-बबल आईमैसेज भेजने की अनुमति देता है.
ऐप में तकनीकी समस्या बना कारण द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से ऐप में तकनीकी समस्याओं के कारण यूजर्स ब्लू बबल मैसेज भेजने और रिसीव करने में असमर्थ थे. एप्पल ने एक बयान में कहा कि हम अपने प्रोडक्ट्स और सर्विस को इंडस्ट्री-लिडिंग प्राइवेसी और सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी के साथ बनाते हैं जो यूजर्स को उनके डेटा पर कंट्रोल देने और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए डिजाइन की गई हैं. कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमने आईमैसेज तक एक्सेस हासिल करने के लिए फेक क्रेडेंशियल्स का फायदा उठाने वाली टेक्निक को ब्लॉक कर अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं.
यूजर्स की सुरक्षा के लिए एप्पल उठाता रहेगा कदम एप्पल ने कहा आगे कहा कि हम अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए भविष्य में भी अपडेट करना जारी रखेंगे. इन टेक्निक ने यूजर सिक्योरिटी और प्राइवेसी के लिए महत्वपूर्ण जोखिम उत्पन्न किए, जिनमें मेटा डेटा एक्सपोजर और अनवांटेड मैसेज, स्पैम और फिशिंग अटैक को सक्षम करने की क्षमता शामिल है. बता दें, बीपर मिनी एप्पल की अपनी पुश नोटिफिकेशन सर्विस के जरिए आईमैसेज से कनेक्ट करने के लिए एक कस्टम-बिल्ड सर्विस का उपयोग करता है. स्टार्टअप ने दावा किया कि उनकी प्रक्रिया एन्क्रिप्शन या प्राइवेसी से कोई समझौता किए बिना काम करती है.
बीपर मिनी के संस्थापक ने जताई आपत्ति वहीं, बीपर मिनी के संस्थापक एरिक मिगिकोव्स्की ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि एप्पल उनके ऐप को क्यों ब्लॉक करेगा. उन्होंने कहा कि अगर एप्पल वास्तव में अपने आईफोन यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी की परवाह करता है, तो वह उस सर्विस सेवा को क्यों बंद करेंगे जो उनके यूजर्स को असुरक्षित एसएमएस का उपयोग करने के बजाय एंड्रॉइड यूजर्स को एन्क्रिप्टेड मैसेज भेजने में सक्षम बनाती है?