नई दिल्ली :आईफोन 15 के साथ एप्पल ने भारत को वैश्विक बिक्री दिवस (22 सितंबर) पर 'मेक इन इंडिया' डिवाइस की भविष्य की योजना व इसरो द्वारा निर्मित नाविक नामक जीपीएस (Navik Named GPS ) के लिए समर्थन और देश में नए प्रोडक्ट्स की उपलब्धता (जो पिछले साल शुरू हुई थी) के साथ एक आकर्षक स्थान बना दिया है. वैश्विक बाजारों में स्थानीय विनिर्माण दोगुना हो गया है.
स्मार्टफोन बाजार के प्रीमियम, पहली बार एंड्रॉइड से एप्पल इकोसिस्टम में शिफ्ट होने वाले यूजर्स और एक युवा आबादी के कारण, भारत अब चीन, अमेरिका, जापान और यूके के बाद एप्पल के लिए टॉप 5 वैश्विक बाजारों में से एक है. काउंटरपॉइंट अनुसंधान निदेशक तरुण पाठक ने बताया, 'हमने एक निश्चित प्रवृत्ति देखी है जहां एप्पल अब प्रीवियस जनरेशन के डिवाइस की मजबूत बिक्री के अलावा भारत में अपने नए लॉन्च किए गए आईफोन के लिए कई यूजर्स को आकर्षित कर रहा है, जो देश में एप्पल की समग्र बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि जारी रखता है.'
पाठक ने कहा कि बेस आईफोन 15 मॉडलों में भारत में ठोस वृद्धि देखने को मिलेगी, क्योंकि पिछले आईफोन 11, 12 और यहां तक कि 13-जीन मॉडल से शिफ्टिंग होने वाले मॉडलों के लिए एक महत्वपूर्ण अपग्रेड है. सीईओ टिम कुक के अनुसार, आईफोन की मजबूत बिक्री के कारण एप्पल ने भारत में जून तिमाही में रिकॉर्ड बनाया. टेक दिग्गज ने इस साल अप्रैल में देश में अपने ब्रांडेड मुंबई और दिल्ली रिटेल स्टोर खोले, जिन्हें काफी सराहना मिली.
भारत चालू वित्त वर्ष में मोबाइल फोन निर्यात में 1,20,000 करोड़ रुपये को पार करने के लिए तैयार है और इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के अनुसार, एप्पल की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 24 में 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी.
ताजा आंकड़ों के अनुसार, घरेलू विनिर्माण से प्रेरित, एप्पल आईफोन इस साल भारत में एंड्रॉइड-प्रभुत्व वाले स्मार्टफोन बाजार में 7 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए तैयार है. देश में इस साल की पहली छमाही में एप्पल आईफोन शिपमेंट में 68 प्रतिशत (साल-दर-साल) की वृद्धि हुई.