नई दिल्ली: शोधकर्ताओं ने हाल ही में एक ऐसे एंड्रॉइड बैंकिंग मैलवेयर की चेतावनी दी है जो आपके एसएमएस और जरूरी जानकारियों को चुरा सकता है. उन्होंने यह भी कहा है की इस मैलवेयर को अब तक हजारों बार डाउनलोड किया जा चुका है. बताया जा रहा है कि इसे 'टीबॉट' कहा जाता है. यह एक एंड्रॉइड बैंकिंग ट्रोजन(मैलवेयर) है जो पहली बार साल 2021 की शुरूआत में पीड़ित के टेक्स्ट मैसेजेस को चुराने के लिए डिजाइन किया गया था.
ऑनलाइन धोखाधड़ी प्रबंधन और रोकथाम समाधान प्रदाता क्लीफी के अनुसार, एक पूर्वनिर्धारित सूची का उपयोग करके एसएमएस फिशिंग अभियानों में टीबॉट को टीटीवी, वीएलसी मीडिया प्लेयर, डीएचएल, यूपीएस और अन्य ऐप्स के माध्यम से वितरित किया गया है. शोधकतार्ओं ने बताया कि, हाल के कुछ महीनों में हमने ऐसे ऐप्स में बड़ी वृद्धि देखी है.
उन्होंने यह भी बताया कि, पिछले महीनों के दौरान, टीबॉट ने रूसी, स्लोवाक और मंदारिन चीनी जैसी नई भाषाओं को भी सपोर्ट करना शुरू कर दिया है. इससे अब यह मैलवेयर, लोगों को ऐसे ऐप के इंस्टॉल करने के दौरान कस्टम मैसेज दिखाने में भी सहायक हो गया है. बता दें कि 21 फरवरी को, क्लीफी थ्रेट इंटेलिजेंस एंड इंसिडेंट रिस्पांस (टीआईआर) टीम ने गूगल प्ले स्टोर पर एक एप्लिकेशन की खोज की, जो एक नकली अपडेट प्रक्रिया के साथ टीबॉट को वितरित करने वाले ड्रॉपर एप्लिकेशन के रूप में कार्य कर रहा था. टीम ने कहा की ड्रॉपर, एक सामान्य क्यूआर कोड और बारकोड स्कैनर के पीछे होता है जिसे अबतक 10,000 से अधिक बार डाउनलोड किया गया है.