नई दिल्ली : भारत में 5जी सब्सक्रिप्शन इस साल के अंत तक 13 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2029 तक बढ़कर 86 करोड़ होने का अनुमान है. एक नई रिपोर्ट में गुरुवार को यह बात कही गई है. एरिक्सन की रिपोर्ट के अनुसार, 2029 के अंत तक भारत में मोबाइल सब्सक्रिप्शन में 5जी सब्सक्रिप्शन का हिस्सा 68 प्रतिशत होने का अनुमान है.
एरिक्सन इंडिया के प्रमुख नितिन बंसल ने कहा, 'हमारे वैश्विक परिनियोजन अनुभव और प्रौद्योगिकी नेतृत्व ने हमें भारत को उसकी 5जी यात्रा में समर्थन देने में सक्षम बनाया है. मोबाइल नेटवर्क भारत में सामाजिक और आर्थिक समावेशन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे देश को डिजिटल रूप से सशक्त समाज में बदलने के सरकार के दृष्टिकोण का समर्थन मिलता है.“
रिपोर्ट के अनुसार 4जी देश में कनेक्टिविटी बढ़ाने और डेटा वृद्धि को बढ़ावा देने वाला प्रमुख सब्सक्रिप्शन प्रकार बना हुआ है. हालांकि, जैसे-जैसे सब्सक्राइबर 5जी की ओर स्थानांतरित होते हैं, 4जी सब्सक्रिप्शन 2023 में 87 करोड़ से घटकर 2029 तक 39 करोड़ होने का अनुमान है.
इस क्षेत्र में कुल मोबाइल सब्सक्रिप्शन 2029 में बढ़कर 1.27 अरब होने का अनुमान है. भारत में प्रति स्मार्टफोन औसत डेटा ट्रैफ़िक विश्व स्तर पर सबसे अधिक है. इसके 2023 में 31 जीबी प्रति माह से बढ़कर 2029 में लगभग 75 जीबी प्रति माह होने का अनुमान है जो 16 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि (सीएजीआर) दर्शाती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मोबाइल डेटा ट्रैफिक 2023 में 26 ईबी (एक्साबाइट) प्रति माह से बढ़कर 2029 में 73 ईबी प्रति माह हो जाने का अनुमान है, जो 19 प्रतिशत की सीएजीआर है.