दिल्ली :साइबर सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, डायरेक्टर जनरल, कर्नल इंद्रजीत सिंह के अनुसार, कोविड-19 ने पूरी दुनिया को ही नहीं, बल्कि साइबरवर्ल्ड को भी प्रभावित किया. ज्यादा से ज्यादा लोग ऑनलाइन अपना समय बिताने लगे, चाहे वह ऑफिस या घर का काम हो, दोस्तों और परिवार के लोगों से बातचीत हो, अपना मन पसंदीदा प्रोग्राम देखना हो या ऑनलाइन गेम खेलना हो आदि. इस बात का फायदा उठाते हुए साइबर क्रिमिनल ने रैंसमवेयर अटैक्स को अंजाम देना शुरू कर दिया.
रैंसमवेयर एक प्रकार के मैलवेयर है, जो यूजर के कंप्यूटर या डिवाइस में ऐक्सेस ना की जाने वाली एक फाइल बनाता है. फिर हैकर, यूजर से बिटकॉइन या अन्य तरीकों से फिरौती की मांग करता है.
स्मार्टफोन पर स्टॉकरवेयर और एडवेयर के मामले बढ़ गए. कर्नल इंद्रजीत सिंह के अनुसार, डीपवेब और डार्कवेब से भी रैंसमवेयर को अंजाम दे रहे हैं. रैंसमवेयर को अंजाम देने के लिए, साइबर आपराधी आजकल नए-नए तरीके अपना रहें हैं.
सॉफ्टवेयर-ऐज-ए-सर्विस (सास) की तर्ज पर, अब रैंसमवेयर-ऐज-ए-सर्विस (रास) भी चल रहा है. कर्नल इंद्रजीत सिंह के मुताबिक, आजकल बन रहे तकनीकी प्रोडक्ट्स में रैंसमवेयर को अंजाम देना आसान हो गया है.
- 2019 में, रैंसमवेयर की फिरौती की मांग में 11.5 बिलियन डॉलर की पेमेंट की गई.
- ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 2020 के अंत तक यह मांग 20 बिलियन डॉलर हो जाएगी.
- 2020 में, जनवरी और फरवरी के मुकाबले, मार्च और अप्रैल में रैंसमवेयर अटैक्स 20% बढ़ गए थे.
- अस्पतालों पर, रैंसमवेयर अटैक्स कई बार किए गए, जिनमें ग्रारमीन, जैक डेनियल और द रिट्ज लंदन शामिल हैं.
अस्पतालों के अलावा, 2020 में रैंसमवेयर अटैक्स के शिकार रहें संस्ठानः
- सैन फ्रांसिस्को का कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय
- ट्रेवलेक्स, कैलिफोर्निया
- डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर कम्युनिकेशन एंड पॉवर इंडस्ट्रीज, कैलिफोर्निया
- जून 2020 में, 13 रैंसमवेयर क्राइम सिंडिकेट्स का पता चला,
- तीसरी तिमाही के अंत तक, 67.3 मिलियन रयूक हमलों(रैंसमवेयर) का पता चला था. 2020 में हुए, रैंसमवेयर के सभी हमलों में से 33.7% रयूक हमले थे.
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साइबरसिटी फर्म कोववेयर के रैंसमवेयर आंकड़ों के अनुसार, 2020 में रैंसमवेयर के सबसे ज्यादा अटैक्स यह हैं:
- रेविल (Sodinokibi)- रैंसमवेयर प्रोग्राम, जिनका पता लगाना मुश्किल होता है.
- मेज- डेटा चुरने वाले रैंसमवेयर, जो आपके डेटा को बेचने की धमकी देता है.
- फोबोस - रैंसमवेयर जो प्रोडक्टिविटी दस्तावेजों को लॉक करता है.
एक समय में, लॉकबिट और राग्नार लॉकर स्टेन्स, मेज के साथ मिलकर, रैंसमवेयर में सबसे आगे थे. साल के दुसरे क्वॉटर में मेज और रेविल (Sodinokibi) ऑपरेटर, रैंसमवेयर में सबसे सक्रिय थे.