नई दिल्ली: तिहाड़ जेल में अगले कुछ घंटों के भीतर ऐतिहासिक फांसी होने वाली है. निर्भया कांड के चारों दोषियों को फांसी के फंदे पर शुक्रवार सुबह 5.30 बजे लटका दिया जाएगा. फांसी से ठीक पहले बुधवार रात को चारों दोषी की नींद उड़ी हुई थी. सीसीटीवी फुटेज से देखा गया कि देर रात तक वह करवटें बदल रहे थे. जेल प्रशासन सीसीटीवी कैमरे से लगातार इन पर नजर रखता है.
कुछ घंटों के भीतर ऐतिहासिक फांसी होनी है. चारों दोषी है बेहद परेशानजानकारी के अनुसार निर्भया कांड के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल संख्या 3 में रखा गया है, जहां कल सुबह उन्हें फांसी होगी. जेल में चारों बेहद परेशान हैं क्योंकि अब उनके पास बचने का कोई रास्ता नहीं रहा है. चारों अपने सभी कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल कर चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट से लेकर राष्ट्रपति तक से उनकी याचिका खारिज हो चुकी है. उन्होंने फांसी से बचने के लिए कई अन्य हथकंडे भी अपना रखे हैं, लेकिन इस बार वह उन्हें मदद नहीं कर पाएंगे. इसलिए 20 मार्च की सुबह 5.30 बजे उनकी फांसी तय मानी जा रही है.
20 मार्च की सुबह का घटनाक्रम4 बजे - दोषियों को फांसी के लिए जगाया जाएगा4.05 बजे - उनसे नहाने एवं फ्रेश होने के लिए पूछा जाएगा4.15 बजे- उन्हें पीने के लिए चाय दी जाएगी4.30 बजे- डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट वहां पहुंचेंगे और दोषियों से उनकी अंतिम इच्छा पूछेंगे4.45 बजे- उन्हें काला कुर्ता-पजामा पहनाया जाएगा 5 बजे- उन्हें फांसी घर में ले जाया जाएगा और वहां उनके हाथ पीछे बांध दिए जाएंगे5.15 बजे- उनके सिर पर झोला डालने के बाद उन्हें फांसी के तख्त पर ले जाया जाएगा5.20 बजे- उनके पैर रस्सी से बांध दिए जाएंगे5.25 बजे- उनके गले में फंदा डालकर जल्लाद लीवर पकड़कर खड़ा हो जाएगा5. 30 बजे- जेल सुपरिटेंडेंट का इशारा होते ही जल्लाद लीवर खींच देगा और चारों दोषी फांसी के फंदे पर लटक जाएंगे6 बजे- डॉक्टर चारों की जांच कर उन्हें मृत घोषित करेंगे. इसके बाद शव उतारकर अन्य क़ानूनी प्रक्रिया पूरी होगी. 8 बजे- शव पोस्टमार्टम के लिए डीडीयू अस्पताल भेजे जाएंगे जहां से बाद में शव परिजनों को मिलेंगे. अगर परिजन शव नहीं लेते तो उसे जेल प्रशासन को सौंप दिया जाएगा.