नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली की एक घटना ने सबको हिला के रख दिया है. बेटी से छेड़छाड़ का विरोध कर रहे एक पिता को कुछ लोगों ने मार दिया. वहीं, पिता को बचाने आये बेटे को भी जमकर पीटा गया.
क्या है पूरा मामला
11 मई की रात को पीड़िता के पिता पीड़िता को मोती नगर के अस्पताल में डॉक्टर को दिखा कर अपने घर वापस लौट रहे थे.
उस वक्त गली में खड़े कुछ लड़के बातें कर रहे थे. पीड़िता के पिता ने उन्हें रास्ता देने को कहा और हॉर्न बजाया.
उन लड़कों को यह रास नहीं आया और उनके बीच कहासुनी शुरू हो गई. उन्होंने पीड़िता पर भद्दे कमेंट भी किए. किसी तरह पीड़िता के पिता वहां से निकले और अपने घर पहुंचे.
ध्रुव त्यागी मर्डर केस पर शोभा विजेंद्र से बातचीत बेटी पर भद्दे कमेंट की शिकायत करने जैसे ही पिता आरोपियों के घर पहुंचे तो वहां मौजूद आलम और उसके भाई ने झगड़ा शुरू कर दिया और साथ ही मारपीट भी की. झगड़ा इतना बढ़ गया कि उन लोगों ने पीड़िता के पिता पर चाकू से हमला कर दिया.
काफी देर तक पिता के ना लौटने पर पीड़िता ने भाई को रास्ते में हुई कहासुनी के बारे में बताया. जिसके बाद पीड़िता का भाई पिता को ढूंढने निकला तो उसने पिता को घायल पाया.
उसके बाद उसने पिता को बचाने की कोशिश कि तो लड़कों ने उस पर भी चाकू से वार कर दिए. अगली सुबह पीड़िता के पिता की अस्पताल में मौत हो गई जबकि भाई अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है.
नेता प्रतिपक्ष की पत्नी ने पीड़िता से की मुलाकात
दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता की पत्नी शोभा विजेंद्र ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. शोभा विजेंद्र ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा मेरी जो बातचीत हुई है उससे मुझे यह पता लगा है कि आरोपी की मां और उसके परिवार की सभी औरतें इस वारदात में उतनी ही शामिल है जितना आरोपी. उन्होंने कहा कि कैसे एक मां अपने बेटे को चाकू दे सकती है.
'मैं इसे मॉब लिंचिंग की तरह देखती हूं'
शोभा विजेंद्र ने कहा कि किसी भी पड़ोसी ने इन लोगों की मदद नहीं की. सभी पड़ोसी वीडियो लेते रहे. मैं इस वारदात को मॉब लिंचिंग की तरह देखती हूं.
उन्होंने कहा कि मैं सरकार से अपील करूंगी कि इन लोगों को सख्त से सख्त सजा मिले.
इस मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है अभियुक्तों का वेरिफिकेशन कराया गया है.