नई दिल्ली:अलग-अलग जगह पर पीसीआर में तैनात पुलिसकर्मियों ने बेहतरीन काम किए हैं. दो जगह से पीसीआर ने अवैध शराब की खेप बरामद की है. एक जगह परिवार से बिछड़ गए 5 वर्षीय बच्चे को वापस उसके परिवार से मिलवाया तो दूसरी जगह मयूर विहार में चोरी हुए ई-रिक्शा को चला रहे शख्स को पकड़ लिया.
पीसीआर टीम ने एक अवैध शराब तस्कर को गिरफ्तार किया
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार 12 अगस्त की दोपहर पीसीआर वैन में तैनात एएसआई सुरेंद्र और हवलदार हरेंद्र गाजीपुर कंटेनर डिपो के पास गश्त कर रहे थे. उन्होंने दो संदिग्ध लड़कों को एक बैग लेकर जाते हुए देखा. शक होने पर जब उन्हें रुकने का इशारा किया, तो वह बैग छोड़कर भागने लगे. पीछा कर उन्होंने दोनों युवकों को पकड़ लिया. उनकी पहचान भूषण कुमार और साधु शाह के रूप में की गई है. बैग से अवैध शराब की 42 बोतल बरामद हुई. इसे लेकर पटपड़गंज थाने में एक्साइज एक्ट का मामला दर्ज किया गया है.
वहीं दूसरी तरफ 12 अगस्त की सुबह पीसीआर वैन में तैनात हवलदार महावीर और एएसआई हरिचंद 40 फुटा रोड पर गश्त कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने एक स्कूटी सवार को रोकने की कोशिश की तो वह स्कूटी छोड़कर फरार हो गया. तलाशी में स्कूटी से 55 क्वार्टर बरामद हुए हैं. इसे लेकर एक्साइज एक्ट का मामला नजफगढ़ थाने में दर्ज किया गया है.
बच्चे को परिवार से मिलवाया
दूसरे मामले में शाम के समय पीसीआर वैन में तैनात एएसआई रोहताश ,बलेश और सिपाही हरेंद्र को एक कॉल मिली जिसमें बताया गया कि एक लापता बच्चा लोनी रोड के पास परेशान हालत में मिला है. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची जहां पर 5 साल का एक बच्चा मिला. वह अपना पूरा पता नहीं बता पा रहा था. पीसीआर ने बच्चे को अपने साथ गाड़ी में बिठाया और आसपास उसके परिजनों की तलाश शुरू की. वह जब सुंदर नगरी पहुंचे तो वहां बच्चे के दादा उन्हें मिल गए. यह बच्चा अपने घर से लगभग 7 किलोमीटर दूर चला गया था. एमएस पार्क पुलिस की सहायता से पीसीआर ने बच्चा परिजनों को सौंप दिया है.
पुलिस ने चोरी का ई-रिक्शा किया बरामद
तीसरे मामले में 13 अगस्त की सुबह पीसीआर वैन में तैनात हवलदार राजकुमार और सिपाही अमित गश्त कर रहे थे. वह जब कल्याणपुरी के पास पहुंचे तो उन्होंने एक ई-रिक्शा को संदिग्ध अवस्था में देखा. उसके चालक से जब उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि यह ई-रिक्शा मयूर विहार से चोरी हो रखा है. आरोपी की पहचान गौरव के रूप में की गई है. उसे कल्याणपुरी पुलिस को सौंप दिया गया है.