संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने ओमान की खाड़ी में तेल के दो टैंकरों पर हुए हमलों की निंदा करते हुए वस्तुस्थिति कायम रखने का आवाह्न किया है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने गुटेरस के हवाले से कहा, 'मैं नागरिक जहाजों पर किसी भी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. वस्तुस्थिति कायम रहनी चाहिए और जिम्मेदारियां स्पष्ट होनी चाहिए.'
देखें वीडियो (सौ. एपीटीएन) वे गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय तथा उप-क्षेत्रीय संगठनों के बीच सहयोग पर सुरक्षा परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा, 'अगर कुछ ऐसा है जो दुनिया बर्दाश्त नहीं कर सकती तो यह खाड़ी क्षेत्र में बड़ा टकराव है.'
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इससे पहले गुरुवार को ओमान के सागर में तेल के दो टैंकरों पर हमला हुआ था. उनमें से कम से कम एक जहाज जापानी कंपनी द्वारा संचालित था.
ये हमले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की ईरान यात्रा के बीच हुए हैं. ईरान अमेरिका से जारी अपने तनाव को कम करने के लिए मदद मांग रहा है.
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने जापान के टैंकरों पर हमलों को 'संदिग्ध' बताते हुए कहा है कि ये उस समय हुए जब आबे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से व्यापक और मैत्रीपूर्ण वार्ता के लिए बैठक कर रहे थे.
इससे पहले मई में, संयुक्त अरब अमीरात के तट पर भी चार व्यापारिक जहाजों में तोड़फोड़ की गई थी.
गौरतलब है कि, ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों पर गुरुवार को एक संदिग्ध हमला हुआ था. हालांकि, इसमें से सभी चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया गया. बता दें कि इन टैंकरों पर उसी क्षेत्र में हमला किया गया, जहां पिछले हफ्ते और चार अन्य तेल जहाजों पर हमला किया गया था. वहीं, इसे लेकर जब अमेरिका ने ईरान पर आरोप लगाए थे.
बताया गया कि ये दोनों टैंकर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी के बंदरगाह से रवाना हुए थे. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान और ओमान के बंदरगाहों को तेल टैंकरों द्वारा संकटभरे कॉल प्राप्त हुए थे.
जहाजों में से एक नॉर्वे के स्वामित्व वाला फ्रंट अल्टेयर था. नॉर्वे की शिपिंग कंपनी फ्रंटलाइन ने पुष्टि की कि ओमान की खाड़ी में एक घटना के बाद उसके तेल टैंकर में आग लग गई थी.
2016 में बने इस जहाज को मंगलवार देर रात रुवैस के इमरती बंदरगाह से रवाना किया था और 30 जून को काऊशुंग के ताइवान के बंदरगाह पर आने के लिए निर्धारित किया गया था. बताया गया कि यात्रा शुरू करने से पहले जहाज पूरी तरह से भरा हुआ था.