काबुल : तालिबान ने दक्षिणी अफगानिस्तान (South Afganisthan) में एक प्रांतीय राजधानी के पुलिस मुख्यालय पर गुरुवार को कब्जा कर लिया. दक्षिणी अफगानिस्तान पर चरमपंथी संगठन का कब्जा होने वाला है और इसी बीच, इलाके में हवाई हमले हुए हैं. संदेह है कि ये हमले अमेरिका ने किए हैं. तालिबान के गढ़ हेलमंद प्रांत में अफगानिस्तान के सबसे बड़े शहरों में से एक लश्कर गाह में संघर्ष बढ़ गया है, जहां चारों ओर से घिरे सरकारी बलों को राजधानी पर कब्जा बनाए रखने की उम्मीद थी. सप्ताह भर के हमले के बाद तालिबानियों ने देश के नौ अन्य शहरों पर पहले ही कब्जा कर लिया है.
अफगान सुरक्षा बलों (afghan security forces) और सरकार ने कई बार अनुरोध किए जाने के बाद भी देश में कई दिन से जारी संघर्ष पर कोई टिप्पणी नहीं की. बहरहाल, देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी (President Ashraf Ghani) महीने के अंत में अमेरिका और नाटो बलों की वापसी से पहले अपने देश के विशेष बलों और अमेरिकी वायुसेना (US Air Force) पर भरोसा करते हुए जवाबी हमले की कोशिश कर रहे हैं. तालिबान की बढ़त से काबुल पर फिलहाल सीधे तौर पर खतरा नहीं है लेकिन उसकी रफ्तार से सवाल पैदा हो रहे हैं कि अफगान सरकार (afghan government) कब तक अपने कब्जे वाले इलाकों पर नियंत्रण रख सकेगी. हिंसा की वजह से हजारों की संख्या में लोग शरण के लिए राजधानी पहुंच रहे हैं.
लश्कर गाह के आसपास लड़ाई हफ्तों से चल रही है. हेलमंद की राजधानी के क्षेत्रीय पुलिस मुख्यालय को बुधवार को निशाना बनाकर एक आत्मघाती कार बम विस्फोट किया गया. हेलमंद की एक सांसद नसीमा नियाजी ने बताया कि तालिबान ने गुरुवार को इमारत पर कब्जा कर लिया, कुछ पुलिस अधिकारियों ने तालिबानियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और अन्य पास स्थित गवर्नर के कार्यालय में चले गए, जिस पर अब भी सरकारी बलों का नियंत्रण है.