दिल्ली

delhi

ETV Bharat / international

सऊदी अरब में पहली बार पर्यटक वीजा, ड्रेस कोड भी होंगे आसान - सऊदी अरब के पर्यटन प्रमुख अहमद अल-खतीब

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 के सुधार कार्यक्रम में वृहद स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देना है. इसी कड़ी में सऊदी अरब ने ऐतिहासिक कदम उठाया है. इसके तहत सऊदी पहली बार पर्यटकों को वीजा देगा. क्या है सऊदी के इस फैसले का मकसद? पढ़ें विस्तार से...

सऊदी अरब पहली बार देगा पर्यटक वीजा

By

Published : Sep 27, 2019, 6:33 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 6:04 AM IST

रियाद: सऊदी अरब ने एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पहली बार पर्यटक वीजा देने का एलान किया है. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 के सुधार कार्यक्रम में वृहद स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देना है.

दरअसल सऊदी अरब तेल से अपनी अर्थव्यवस्था के निरर्भता को घटाने के लिए यह कदम उठा रहा है. यह योजना लागू करना तेल समाप्ति के बाद के समयकाल में सऊदी अरब को आत्मनिर्भर करने के लिए है

ताकि भविष्य में सऊदी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रुप में अरब देशों में तैयार हो सके.

ध्यान रहे, यह घोषणा सऊदी अरब के तेल ढ़ाचा पर विनाशकारी हमलों के दो सप्ताह बाद आई है.

'सख्त ड्रेस कोड को भी आसान करेंगे'

सऊदी अरब के पर्यटन प्रमुख अहमद अल-खतीब ने एक बयान में कहा, 'सऊदी अरब को अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए खोलना हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है.'

'पर्यटकों को आश्चर्य होगा, जब हम उनके साथ खुबसूरत जगह साझा करेंगे- यूनेस्को की पांच विश्व विरासत स्थल, एक जीवंत स्थानीय संस्कृति और लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता.'

प्राप्त जानकारी के अनुसार सऊदी अरब 49 देशों के नागरिकों के लिए शनिवार को ऑनलाइन पर्यटक वीजा का आवेदन खोल देगा.

खतीब ने कहा कि हम विदेशी महिलाओं के लिए अपने सख्त ड्रेस कोड को भी आसान करेंगे, जिससे उन्हें बिना अबाया जामा (एक परिधान) के बिना घुमने की इजाजत होगी. हालांकि सऊदी महिलाओं के लिए अभी भी अनिवार्य सार्वजनिक वस्त्र रहेगी.

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का विजन 2030

हाल ही में राजकुमार मोहम्मद एक व्यापक उदारीकरण अभियान के माध्यम से बदलाव करना चाहते है. ताकि सिनेमा, मिश्रित-लिंग के संगीत और खेल के असाधारण कार्यक्रमों को सऊदी अरब में लाया जा सके.

बता दें, सऊदी अरब में शराब पीना मना है और एक सख्त सामाजिक कोड है. कई लोगों द्वारा पर्यटकों के लिए एक कठिन बिक्री के रूप में देखा जा रहा है.

वहीं आलोचकों का कहना है कि जमाल खशोगी की पिछले साल भीषण हत्या, महिला कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई सहित राज्य के मानवाधिकार रिकॉर्ड की अंतरराष्ट्रीय आलोचना विदेशी आगंतुकों को आने से रोक सकती है.

गौरतलब है कि हाल ही में तेल दिग्गज अरामको पर 14 सितंबर के हमलों के बाद एक क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका भी पर्यटको को कम कर सकती है.

तेल की कम कीमतों से परेशान

तेल की कम कीमतों से परेशान सरकार का कहना है कि 2030 तक पर्यटन को 10 प्रतिशत तक योगदान मिलेगा, जबकि वर्तमान में यह तीन प्रतिशत है.

यह 2030 तक घरेलू और विदेशी पर्यटकों द्वारा 100 मिलियन वार्षिक पर्यटकों को आकर्षित करने का लक्ष्य के तहत किया गया है.

सरकार का कहना है कि इससे पर्यटन के क्षेत्र में दस लाख नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है, क्योंकि सऊदी अरब का युवा बेरोजगारी से जूझ रहा है.

2017 में शासक ने लाल सागर पर 50 द्वीपों और अन्य प्राचीन स्थलों को लक्जरी रिसॉर्ट में बदलने के लिए एक अरबों डॉलर की परियोजना की भी घोषणा की थी.

उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब सदियों पुरानी मद्दीन सालेह जैसे ऐतिहासिक स्थलों को भी विकसित कर रहा है, इसी सभ्यता में बलुआ पत्थरों की कब्रों का घर है, जिसमें जॉर्डन शहर पेट्रा का निर्माण किया गया था.

Last Updated : Oct 2, 2019, 6:04 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details