तेहरान : सऊदी अरब ने ईरान को ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) की एक बैठक में भाग लेने से रोक दिया. इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इजरायल-फिलिस्तीन के लिए शांति योजना पर चर्चा होगी.
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा सैयद अब्बास मुसावी ने कहा कि सऊदी अरब ने विदेश मामलों के उप मंत्री होसैन जबेरी के नेतृत्व में ईरानी प्रतिनिधिमंडल को वीजा देने से इनकार कर दिया है.
गौरतलब है कि ओआईसी मुस्लिम राष्ट्रों संगठन है. 57 इस्लामिक देश इस संगठन के सदस्य हैं. यह संगठन सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप के शांति योजना पर चर्चा करेगी.
बता दें कि सऊदी अरब और ईराक के बीच कई वर्षों से छद्म युद्ध चल रहा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सऊदी ने इस अंतर्राष्ट्रीय संगठन की मेजबानी करने वाली देशों के साथ-साथ ऐसे संगठनों के तौर-तरीकों, सिद्धांतों का स्पष्ट उल्लंघन करने वाली सरकार के रूप में निश्चित प्रतिबद्धताओं को लाघा है. जैसे कि संगठन की सभी गतिविधियों में सदस्य राज्यों की स्वतंत्र और अप्रतिबंधित भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता, और इनकार किया गया.
मुसावी ने एक बयान में कहा,विदेश मामलों के उप मंत्री होसैन जबेरी अंसारी के नेतृत्व इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के प्रतिनिधिमंडल ने बैठक से पहले अंतिम घंटे तक वीजा का इंतजार किया.
बता दें कि मध्य-पूर्व देश की योजना को तीन वर्षों में तैयार किया गया है. इस योजना के तहत येरूशलम को पूर्ण रूप से इजरायल की राजधानी बनाने के लिए है.
ईरान ने इस समझौते को सबसे घृणित योजना करार दिया है.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ट्वीट करके कहा कि यह मूर्खतापूर्ण प्रयासों में से एक है और सदी की सबसे घृणित योजना है.