बेरूत :अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों ने चेतावनी दी कि बढ़ते तापमान, बारिश की कमी और सूखे के कारण जल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने के बीच सीरिया और इराक में लाखों लोग पानी, बिजली और भोजन तक पहुंच समाप्त होने के खतरे का सामना कर रहे हैं.
समूहों ने कहा कि वर्षों के संघर्ष और कुप्रबंधन से जूझ रहे दोनों पड़ोसी देशों को पानी की गंभीर कमी से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि सूखा के कारण बिजली आपूर्ति भी बाधित हो रही है, क्योंकि कम जल स्तर बांधों को प्रभावित करता है और फिर इससे स्वास्थ्य सुविधाओं सहित आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रभावित होता है.
दोनों देशों में 1.2 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हैं. इनमें सीरिया के 50 लाख लोग शामिल हैं जो फरात नदी पर सीधे निर्भर हैं. इराक में फरात नदी और टिग्रिस नदी से मिलने वाले जल तक पहुंच कम होने और सूखे के कारण कम से कम 70 लाख लोगों को खतरा है.
समूहों ने कहा कि लगभग 400 वर्ग किलोमीटर (154 वर्ग मील) कृषि भूमि सूखे का सामना कर रही है. करीब 30 लाख लोगों को बिजली की आपूर्ति करने वाले उत्तरी सीरिया के दो बांध बंद होने के कगार पर है.
आगाह करने वाले सहायता समूहों में शामिल 'नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल' के क्षेत्रीय निदेशक कार्स्टन हैनसेन ने कहा कि सैकड़ों-हजारों इराकी अब भी विस्थापित हैं और सीरिया में कई अपना जीवन बचाने के लिए अब भी पलायन कर रहे हैं, ऐसे में जल संकट 'जल्द ही अभूतपूर्व तबाही बन जाएगा, जिससे विस्थापन और बढ़ेगा.' जल संकट के बारे में आगाह करने वाले अन्य सहायता समूहों में मर्सी कॉर्प्स, डेनिश रिफ्यूजी काउंसिल, केयर इंटरनेशनल, एक्टेड और एक्शन अगेंस्ट हंगर शामिल हैं.