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ट्रंप के मध्य-पूर्व योजना लाने के बाद इजरायल-फिलिस्तीन के बीच हिंसा बढ़ी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यपूर्व शांति योजना लाने बाद से ही इजरायल और फिलिस्तीन में तनाव बढ़ गया है और लगातार हिंसक घटनाएं बढ़ रही है. पढ़ें विस्तार से.

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डोनाल्ड ट्रंप

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Published : Feb 7, 2020, 5:36 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 1:14 PM IST

यरुशलम : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा मध्य-पूर्व शांति योजना लाने के एक हफ्ते बाद इजरायल-फिलिस्तीन हिंसा में तीन लोगों की मौत से वृद्धि हुई है. इस हिंसा की चपेट में आने से एक दर्जन इजरायली सैनिक घायल हो गए हैं.

योजना से हमलों में वृद्धि हुई हो रही है, जिसे एक लंबा कदम माना जा रहा है, क्योंकि यह योजना इजरायल के पक्ष में है. इस योजना को फिलिस्तीनियों ने खारिज कर दिया है.

बता दें कि शकीर मैदान पर हिंसा की आशंका जताई गई है. योजना ने इजरायली राष्ट्रवादियों द्वारा वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों में हिंसा को उकसाने का काम किया है. बता दें कि फिलिस्तीनियों को अपने राज्य की भूमि के लिए उम्मीद है.

गौरतलब है कि गुरुवार को इस महीने का सबसे हिंसा पूर्ण दिन था इस सबसे अधिक विस्फोट हुए हैं.

इजराइली सेना ने कहा, दिन के शुरुआत में ही एक फिलिस्तीनी मोटर चालक ने अपनी कार को इजरायली सैनिकों के समूह में लड़ा दिया, जिससे 12 लोग घायल हो गए.

फिलिस्तीनी अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों के साथ हुए संघर्ष के बाद दो फिलिस्तीनियों की मौत हो गई.
बाद में इजरायली पुलिस ने कहा कि उन्होंने एक फिलिस्तीनी की गोली मारकर हत्याकर दी, जिसने यरुशलम के ओल्ड सिटी में एक अधिकारी को घायल कर दिया.

फिलिस्तीनी अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि वेस्ट बैंक शहर जेनिन में झड़पों में एक 19 वर्षीय की मौत हो गई. टकराव में छह अन्य घायल हो गए. जेनिन में भी एक अलग घटना में, फिलिस्तीनी सुरक्षा बल के एक सदस्य की मृत्यु हो गई जिसे इजरायली सेना ने गोली मार दिया था.

गौरतलब है कि बुधवार को वेस्ट बैंक में प्रदर्शनकारियों के साथ संघर्ष के दौरान इजरायली बलों द्वारा 17 वर्षीय फिलिस्तीनी की गोली मारकर हत्या करने के कुछ ही घंटे बाद यह हिंसा हुई.

कॉनरिकस ने कहा कि गाजा से यरुशलम में हमला करना, जेनिन में शत्रुतापूर्ण गतिविधि के संकेत है. उन्होंने कहा कि हम स्थिति की जटिलता को समझते हुए स्थिति को आगे बढ़ाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं और ट्रंप की योजना को हिंसा स्थिति से जुड़ने से रोकना है.

यरुशलम की पहली घटना तब हुई जब सैनिक शैक्षिक विरासत की यात्रा पर बाहर निकले थे. उस दौरान एक वाहन ने उनकी कार को टक्कर मारकर भाग निकाला, हालांकि इस हमलें की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है.

बता दें कि आतंकवादी समूह इस्लामिक जिहाद ने इस घटना पर ट्रंप की योजना पर एक नए टकराव की शुरुआत के रूप में प्रशंसा की.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमलावर को गिरफ्तार करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ समय की बात है - और ज्यादा समय नहीं है जब हम उसे गिरफ्तार कर लेंगे.

पढ़ें :इजराइल-फलस्तीन संघर्ष : एक सदी पुरानी है इस दुश्मनी की दास्तां

बता दें कि ट्रंप ने पिछल सप्ताह मध्यपूर्व शांति के लिए योजना लाए हैं. इसके मुताबिक यरुशलम इजरायल की राजधानी रहेगी और फिलिस्तीन को पूर्वी येरुशलम राजधानी बनाने के लिए कहा गया है, हालांकि ट्रंप के इस योजना को फिलिस्तिनियों के बकवास कहकर खारिज कर इसका विरोध शुरू कर दिया है.

Last Updated : Feb 29, 2020, 1:14 PM IST

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