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गाजा की तरफ से रॉकेट दागने की आवाज सुनने के बाद नेतन्याहू ने छोड़ी रैली - गाजा से रॉकेट दागने की चेतावनी

इजरायल में फिलिस्तीनी एन्क्लेव के पास और दक्षिणी शहर अश्कलोन में गोले दागने की आवाज उठी, वहां पर प्रधानमंत्री बेजामिंन नेतन्याहू रैली कर रहे थे. सेना द्वारा गाजा से रॉकेट दागने की चेतावनी के बाद इजरायल के बेंजामिन नेतन्याहू को अपनी रैली रद्द करनी पड़ी. दरअसल, वहां बुधवार शाम को नेतन्याहू अपनी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे. पढ़ें पूरी खबर...

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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (फाइल फोटो)

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Published : Dec 26, 2019, 7:44 AM IST

Updated : Dec 26, 2019, 10:40 AM IST

यरुशलम : गाजा की ओर से रॉकेट दागे जाने के सायरन की आवाज आने के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रैली बीच में ही छोड़ दी. वह अगले दिन होने वाली पार्टी की प्राइमरी के लिए प्रचार कर रहे थे.

हाल के महीनों में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब रॉकेट की आवाज सुनने के बाद उन्हें कोई कार्यक्रम बीच में ही छोड़ना पड़ा हो.

इजरायल की सेना ने एक वक्तव्य में कहा, 'गाजा पट्टी से इजरायल क्षेत्र की ओर प्रक्षेपास्त्र दागा गया जिसे आयरन डोम रक्षा प्रणाली ने रोक लिया.'

इसमें कहा गया कि प्रक्षेपास्त्र दागने के बाद फलस्तीन एनक्लेव के निकट और दक्षिणी शहर अश्केलॉन में सायरन बजने लगे. अश्केलॉन में ही प्रधानमंत्री रैली कर रहे थे.

इजरायल के सरकारी प्रसारणकर्ता केएएन11 ने तस्वीरें जारी की जिसमें सुरक्षा गार्ड नेतन्याहू को ‘रेड अलर्ट’ के बारे में बताता नजर आ रहा है.

इससे पहले, 10 सितंबर को लिकुड पार्टी के प्रमुख को दक्षिणी शहर अशदोद में एक चुनावी रैली छोड़कर जाना पड़ा था क्योंकि गाजा पट्टी से हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजने लगे थे.

इजरायल की सेना ने बताया कि पिछले हफ्ते गाजा से इजरायल की ओर दो रॉकेट दागे गए थे. इसके जवाब में इजरायल के दो लड़ाकू विमानों ने हमास के प्रतिष्ठानों पर बम बरसाए थे.

इसे भी पढ़ें- नेतन्याहू के प्रतिद्वंद्वी सरकार बनाने में नाकाम, इजरायल फिर से चुनाव की ओर

उल्लेखनीय है कि पिछले महीने नेतन्याहू को भ्रष्टाचार के तीन मामलों में धोखाधड़ी, रिश्वत और विश्वासघात करने के लिए दोषी ठहराया गया था. हालांकि, उन्होंने सभी आरोप को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया था.

गौरतलब है, नेतन्याहू अप्रैल और सितंबर में चुनावों के बाद एक साल में तीसरे आम चुनाव का सामना कर रहे हैं. हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव में कोई भी प्रधानमंत्री उम्मीदवार इजरायल की आनुपातिक संसद में बहुमत हासिल करने में सक्षम नहीं था.

Last Updated : Dec 26, 2019, 10:40 AM IST

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