हैदराबाद : स्वेज नहर में एक कंटेनर के फंसने की वजह से समुद्री जहाजों की आवाजाही प्रभावित हुई है. इस मार्ग से होने वाले 12 फीसदी वैश्विक कारोबार प्रभावित हो गया है. स्वेज नहर मिस्र स्थित एक मानव निर्मित नहर है. यह लाल सागर और भूमध्य सागर को जोड़ता है. वैश्विक व्यापार में इसका महत्व काफी अहम है. एशिया और मध्यपूर्व तथा यूरोप के बीच जल मार्ग से होने वाले कारोबार के लिए यह लाइफ लाइन है.
1869 से इस मार्ग से कारोबार हो रहा है. 2015 में 22 मील समानांतर चैनल को शामिल करने के लिए नहर का विस्तार किया गया था. यह 120 मील लंबा और 205 मीटर चौड़ा है. इसकी गहराई 24 मीटर है.
स्वेज नहर का मार्ग दुनिया के सबसे व्यवस्ततम जल मार्गों में से एक है. वैश्विक स्तर पर जहाजों के जरिए जितने माल की आवाजाही होती है, इसका एक तिहाई इस रास्ते से होता है. वैश्विक व्यापार का करीब 12 फीसदी कारोबार इस रास्ते से होता है.
किन वस्तुओं का व्यापार होता है - तेल, उपभोक्ता उत्पाद, कपड़े, फर्नीचर, कार के पुर्जे, विनिर्माण घटक.
जर्मनी की बीमा कंपनी एलियांज का आकलन है कि कंटेनर के फंसने की वजह से 6 बिलियन डॉलर से लेकर 10 बिलियन डॉलर तक प्रति सप्ताह कारोबार प्रभावित हो सकता है.
कितना ट्रैफिक प्रभावित - स्वेज नहर में और उसके आसपास प्रतीक्षा करने वाले जहाजों में 80 फीसदी की वृद्धि हुई. लॉयड की सूची ट्रैकिंग डेटा के अनुसार नहर के दोनों छोर पर 160 से अधिक जहाज इंतजार कर रहे हैं. 41 बल्क कैरियर और 24 क्रूड टैंकर शामिल हैं.