वाशिंगटन :यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका से कहा कि यूक्रेन अपनी और उनकी आजादी के लिए लड़ रहा है. उन्होंने मंगलवार को कांग्रेस से रूस के आक्रमण से लड़ने के लिए और अधिक सहायता को मंजूरी देने की भावुक अपील की. लेकिन वाशिंगटन में उनकी कूटनीति के बावजूद, यूक्रेन को अतिरिक्त अमेरिकी सहायता की संभावनाओं में गंभीर विलंब होता नजर आ रहा है. कैपिटल हिल पर घंटों की बातचीत के बाद, जेलेंस्की ने आगे के रास्ते के बारे में राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके सहयोगियों के साथ व्हाइट हाउस में बैठक की.
21 महीने पहले रूस की ओर से हुए हमले के बाद से अमेरिका यूक्रेन को 111 बिलियन अमरीकी डालर प्रदान कर चुका है. दूसरी ओर रिपब्लिकन यूएस-मेक्सिको सीमा सुरक्षा परिवर्तन और अधिक सख्ती के लिए उस मद में और अधिक धन देने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, डेमोक्रेट सांसद इस पक्ष में नहीं हैं.
व्हाइट हाउस में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि यदि इस महीने के खत्म होते-होते यूक्रेन को मदद की नई खेप नहीं मिली तो वह रूस से युद्ध में पिछड़ जायेगा. जिसका मतलब होगा कि रूस का यूक्रेन की जमीन पर कब्जा बढ़ सकता है. इसके साथ ही पहले से ही रूस के कब्जे में जा चुकी जमीन को वापस हासिल करना भी यूक्रेन के लिए मुश्किल हो जायेगा.
मंगलवार को जेलेंस्की ने वाशिंगटन की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी की. यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह अमेरिकी सहायता पर आतंरिक राजनीतिक गतिरोध को दूर करने में कितना सफल हो पाये. हालांकि कैपिटल में बातचीत तेजी से फिर से शुरू हुई और प्रमुख सीनेट वार्ताकार यह कहते हुए सामने आए कि मामले में सकारात्मक प्रगति हुई है.
अपनी यात्रा के दौरान जेलेंस्की ने कहा कि लगभग दो वर्षों से हम द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे बड़े युद्ध में हैं. हम यूक्रेन की आजादी के लिए लड़ रहे हैं. पुतिन ने हर कोशिश कर ली उन्हें कोई जीत नहीं मिली है. रक्षा क्षेत्र में यूक्रेन की सफलता की बदौलत अन्य यूरोपीय देश रूसी आक्रमण से सुरक्षित हैं.