वॉशिंगटन:अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन (NSA Jake Sullivan) ने कहा है कि मशहूर लेखक सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमले की कोशिश 'भयावह' एवं 'निंदनीय' है. बुकर पुरस्कार से सम्मानित रुश्दी (75) शुक्रवार को पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान अपना व्याख्यान शुरू करने वाले ही थे कि तभी एक व्यक्ति मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसे मारे और चाकू से उन पर हमला कर दिया. रुश्दी की गर्दन पर चोट आई है. उस समय कार्यक्रम में उनका परिचय दिया जा रहा था.
खून से लथपथ रुश्दी को उत्तर पश्चिमी पेन्सिल्वेनिया के एक अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी सर्जरी हुई. रुश्दी की विवादित पुस्तक 'द सैटेनिक वर्सेज' ईरान में 1988 से प्रतिबंधित है. इसे लेकर ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्लाह रूहुल्लाह खुमैनी ने रुश्दी को मौत की सजा दिए जाने का फतवा जारी किया था.
लेखक पर हमले के कुछ घंटे बाद सुलिवन ने कहा, 'आज, देश और दुनिया ने मशहूर लेखकर सलमान रुश्दी पर निंदनीय हमला देखा. यह हिंसक कृत्य निंदनीय है.' उन्होंने एक बयान में कहा, 'बाइडेन-हैरिस प्रशासन में हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं. हमले के बाद सलमान रुश्दी की सबसे मदद करने पहुंचे नेकनीयत नागरिकों तथा त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई करने वाली कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रति हम आभारी हैं.'
'हमलावर ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रति सहानुभूति रखता था'
वहीं, मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया है कि सलमान रुश्दी पर हमला करने के आरोप में हिरासत में लिए गए 24 वर्षीय संदिग्ध की सहानुभूति 'शिया चरमपंथियों' और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशरी गार्ड कोर के उद्देश्यों के प्रति थी. न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस ने संदिग्ध की पहचान फेयरव्यू (न्यूजर्सी) के हदी मतार के तौर पर की है, लेकिन अबतक हमले के उद्देश्य का पता नहीं चला है. पुलिस ने बताया कि मतार की नागरिकता और उसकी आपराधिक पृष्टभूमि की अभी जांच की जा रही है.