नई दिल्ली: चीनी रक्षा मंत्री द्वारा एशिया प्रशांत क्षेत्र में नाटो जैसे सैन्य गठबंधन के गठन की चेतावनी के एक दिन बाद, यह कहते हुए कि यह क्षेत्र में संघर्ष पैदा करेगा, अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन III ने सोमवार को कहा कि अमेरिका इंडो-पैसिफिक में नाटो की स्थापना की कोशिश नहीं कर रहा है. ऑस्टिन ने आज यहां नई दिल्ली में अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ बातचीत के बाद प्रेस बयान के दौरान यह टिप्पणी की. अमेरिकी रक्षा मंत्री 4 जून, रविवार को सिंगापुर से दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे. यह सेक्रेटरी ऑस्टिन की भारत की दूसरी यात्रा है, पिछली यात्रा मार्च 2021 में की थी.
चीनी रक्षा मंत्री के बयान पर मीडिया के सवाल के जवाब में, अमेरिकी रक्षा सचिव ने कहा कि हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नाटो की स्थापना के लिए कतई प्रयास नहीं कर रहे हैं. हम यह सुनिश्चित करने के लिए समान विचारधारा वाले देशों के साथ काम करना जारी रख रहे हैं कि यह क्षेत्र मुक्त और खुला बना रहे ताकि वाणिज्य समृद्ध हो सके और विचारों का आदान-प्रदान जारी रहे.
रविवार को सिंगापुर में एक सुरक्षा सम्मेलन में, जिसमें अमेरिकी रक्षा सचिव भी शामिल थे, चीनी रक्षा मंत्री ली शांगफू ने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में नाटो जैसे गठबंधनों को आगे बढ़ाने का प्रयास क्षेत्रीय देशों का अपहरण करने और संघर्षों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का एक तरीका है. शांगफू की टिप्पणियां अमेरिका और चीनी सैन्य जहाजों के ताइवान जलडमरूमध्य में एक-दूसरे के करीब आने के एक दिन बाद आई हैं.