वाशिंगटन:अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि अमेरिका और भारत के रिश्ते इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंध हैं, जिसमें भारतीय-अमेरिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका है. प्रबंधन एवं संसाधन मामलों के उप विदेश मंत्री रिच वर्मा ने बुधवार को 'कांग्रेशनल इंडिया कॉकस' के सह-अध्यक्ष रो खन्ना द्वारा आयोजित भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन में यह बयान दिया. वर्मा ने कहा, 'अमेरिका-भारत संबंध उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं, लेकिन वास्तव में पिछले 23 वर्षों में संबंध कुछ चुनौतियों के बावजूद बेहतर ही हुए हैं....'
वर्मा (54) का मानना है कि जटिल परिस्थितियों वाले देशों से घिरे भारत की भू-रणनीतिक स्थिति के कारण अमेरिका और भारत के रिश्ते इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंध हैं. उन्होंने कहा, 'ये इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंध हैं. क्यों? (पहला) जटिल परिस्थितियों वाले देशों से घिरा भारत महत्वपूर्ण भू-रणनीतिक क्षेत्र में स्थित है... दूसरा, भारत अगले कुछ वर्षों में हर वर्ग में दुनिया का नेतृत्व करने जा रहा है.'
वर्मा ने कहा कि भारत पहले से ही सबसे अधिक आबादी वाला देश बन चुका है, दुनिया की सबसे बड़ी मध्यवर्गीय आबादी, कॉलेज स्नातकों की सर्वाधिक संख्या, इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की सबसे बड़ी संख्या, तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, तीसरी सबसे बड़ी सेना, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, आज सबसे अधिक विकास तथा औद्योगीकरण वहां हो रहा है और भारत के ग्रामीण इलाकों से शहरों में लोगों का पलायन हो रहा है.
उन्होंने कहा, 'यह एक गतिशील देश है. जब आप वहां जाएंगे, तो आप इसे महसूस कर सकेंगे. इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिका, भारत का निकटतम साझेदार बने रहना चाहता है और वह इस दिशा में आगे बढ़ रहा है. भारत दुनिया में बड़ी नेतृत्व भूमिका निभा रहा है, वह जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है, जो एक बहुत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है.' वर्मा ने कहा कि जो भारत और अमेरिका के रिश्ते को एक साथ जोड़े रखता है, वह दोनों देशों के लोगों के बीच का संबंध है.