संयुक्त राष्ट्र: भारत-संयुक्त राष्ट्र विकास कोष- IUNDPF जिसने 54 देशों में 76 परियोजनाओं को वित्तपोषित किया है, नई दिल्ली के "वसुधैव कुटुंबकम" (विश्व एक परिवार है) के दर्शन को साकार करता है और दक्षिण-दक्षिण सहयोग की शक्ति को दर्शाता है. यह बात यूएन की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने कही. बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आईयूएनडीपीएफ के छठे वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में मोहम्मद ने कहा, "भारत लंबे समय से दक्षिण-दक्षिण सहयोग और SDG (UN’s Sustainable Development Goals - संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों) की वैश्विक खोज का चैंपियन रहा है."
उन्होंने कहा, "यह उन उल्लेखनीय उपलब्धियों को प्रदर्शित करता है, जो संयुक्त राष्ट्र के देश विकासशील देशों के साथ मिलकर काम करके हासिल कर सकते हैं." मोहम्मद ने कहा कि आईयूएनडीपीएफ "हमारे समुदायों के सबसे कमजोर लोगों में सकारात्मक बदलाव लाते हुए महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंच गया है." उन्हाेंने कुछ उदाहरण भी दिए. उन्होंने कहा, हैती में स्वच्छ जल और कृषि सिंचाई में सुधार के लिए सौर जल पंपिंग प्रणाली स्थापित की गई है.
मोहम्मद ने कहा कि मोल्दोवा में, इसने राष्ट्रीय सांख्यिकीय प्रणालियों को मजबूत किया और जिम्बाब्वे में इसने छोटे किसानों को सूखा प्रतिरोधी बीज, तकनीकी प्रशिक्षण और फसल के बाद सहायता प्रदान की. महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा कि दुनिया भर में IUNDPF के योगदान की सीमा "कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, विशेष रूप से सिकुड़ते वित्तीय अवसरों के इस युग में, जो हाल के वर्षों में महामारी और अन्य वैश्विक झटकों के प्रभाव से जटिल हो गई है."